नई दिल्ली। भारत और रूस के संबंधों में क्या बदलाव आ रहा है, इसे इस तथ्य से समझा जा सकता है कि यह लगातार दूसरा वर्ष होगा जब दोनों देशों के बीच शीर्ष स्तरीय सालाना बैठक नहीं होगी। इसकी भरपाई करने के लिए विदेश मंत्री एस जयशंकर अगले कुछ दिनों के भीतर मास्को जा रहे हैं।कई जानकार मान रहे हैं कि वैश्विक परिचय में हो रहे बदलाव का साया भारत-रूस के रिश्तों पर भी साफ तौर पर देखा जा सकता है। यह भी उल्लेखनीय है कि इस पूरे वर्ष भारत का कोई बड़ा नेता रूस की यात्रा पर नहीं गया है। विदेश मंत्री जयशंकर ने भी नवंबर, 2022 में ही रूस की यात्रा की थी। हालांकि, 2023 में रूस के विदेश मंत्री लावरोव जी-20 बैठक में रूस का नेतृत्व करने के लिए यहां आये थे।