नई दिल्ली। अंतरिक्ष के क्षेत्र में लगातार कामयाबी हासिल करने के बाद भारत अब अपनी स्पेस फोर्स बनाने जा रहा है। भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने इस मामले में चीन की बराबरी करने को लेकर रोडमैप भी तैयार कर लिया है। सूत्रों के अनुसार आईएएफ का नाम जल्द भारतीय वायु और अंतरिक्ष सेना (आईएएसएफ) हो जाएगा। भारतीय वायुसेना ने केंद्र सरकार को प्लान बनाकर भेज दिया है। जल्द ही प्रस्ताव को मंजूरी मिलने की उम्मीद है। क्या होती स्पेस फोर्स :अंतरिक्ष सेना को एस्ट्रोनॉट सोल्जर समझा जा सकता है, जिसका मतलब हुआ कि ऐसे सैनिक जो अंतरिक्ष की रक्षा को लेकर ट्रेंड किए जाएंगे। हालांकि ये फोर्स थोड़ी अलग होती है, क्योंकि ये सैनिक अंतरिक्ष में तैनात नहीं किए जाएंगे, बल्कि वहां पर अपने उपग्रहों और अन्य अंतरिक्ष व्हीकलों की सुरक्षा के लिए काम करेंगे। अलग से होगा कोर्स: डिपार्टमेंट आॅफ स्पेस एजेंसी के सहयोग से वायु सेना अंतरिक्ष की जरूरत को देखते हुए अपने कर्मियों की ट्रेनिंग भी देगी। इसके तहत हैदराबाद में स्पेस वॉर ट्रेंनिंग कमांड स्थापित होगा। इसी संस्थान के तहत स्पेस लॉ की ट्रेनिंग के लिए अलग से कॉलेज भी बनाए जाएंगे। इसका अलग से कोर्स होगा।