नई दिल्ली। पानी की एक सामान्य बोतल (1 लीटर) में प्लास्टिक के करीब 2.40 लाख अंश पाए जाते हैं। नए अध्ययन में इसका खुलासा हुआ है। कोलंबिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक इनमें से ज्यादातर हिस्सों की कभी पहचान ही नहीं हो पाई। उनका कहना है कि प्लास्टिक प्रदूषण से जुड़ी स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को हमेशा नजरअंदाज किया गया। जर्नल प्रोसीडिंग्स आॅफ द नेशनल एकेड मी आॅफ साइंसेज में सोमवार को प्रकाशित स्टडी में बोतलबंद पानी में मौजूद नैनोप्लास्टिक्स का मूल्यांकन किया गया। कोलंबिया यूनिवर्सिटी में जियोकेमिस्ट्री के एसोसिएट प्रोफेसर बाइजान यान ने बताया, अगर लोग बोतलबंद पानी में नैनोप्लास्टिक होने को लेकर चिंतित हैं तो उनका नल के पानी को विकल्प के रूप में सोचना पूरी तरह जायज है।