नई दिल्ली। निजता और डेटा सुरक्षा जोखिमों के चलते चार में से एक संगठन ने जनरेटिव-आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (जेन-एआई) पर प्रतिबंध लगा दिया है। संचार कंपनी सिस्को की एक रिपोर्ट में यह समाने आया है। रिपोर्ट सिस्को 2024 डेटा प्राइवेसी बेंचमार्क स्टडी भारत सहित 11 देशों में 2,600 निजता एवं सुरक्षा पेशेवरों से बातचीत पर आधारित है। इसमें पता चला कि अधिकांश कंपनियां डेटा सीक्रेसी और सुरक्षा मुद्दों पर जेन-एआई के उपयोग को सीमित कर रही हैं और 27 प्रतिशत ने इसके उपयोग पर अस्थाई रूप से प्रतिबंध लगा दिया है।