नई दिल्ली। पूर्व भारतीय कप्तान बाईचुंग भूटिया ने महासचिव के रूप में शाजी प्रभाकरन की बर्खास्तगी के बाद देश में फुटबॉल के प्रशासन में मौजूदा अव्यवस्था के लिए अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे को जिम्मेदार ठहराते हुए मंगलवार को उनके इस्तीफे की मांग की। भूटिया ने मंगलवार को एआईएफएफ की कार्यकारी समिति की बैठक में हिस्सा लिया जिसे 7 नवंबर को प्रभाकरन की बर्खास्तगी पर चर्चा करने के लिए बुलाया गया था। प्रभाकरन को शुरुआत में बैठक में नहीं बुलाया गया था, लेकिन वह बाद में वर्चुअल रूप से इसमें शामिल हुए। भूटिया ने कहा कि मैंने कार्यकारी समिति से कहा कि कल्याण चौबे और कोषाध्यक्ष किपा अजय को भी इस्तीफा देना चाहिए। सिर्फ शाजी प्रभाकरन को बलि का बकरा नहीं बनाया जाना चाहिए। कार्यकारी समिति की स्वीकृति के बिना फैसले करने के लिए ये तीनों बराबर जिम्मेदार थे। इस दिग्गज पूर्व फुटबॉलर ने कहा कि ये तीनों फैसले कर रहे थे और अगर शाजी को हटाया जाता है तो अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष को भी हटाया जाना चाहिए।