रांची। हेमंत सोरेन की ईडी के हाथों गिरफ्तारी के बाद झारखंड में सियासी संकट के बादल देर शाम छंट गए जब राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने विधायक दल के नेता चम्पाई सोरेन को शपथ ग्रहण के लिए आमंत्रण दे दिया। चम्पाई नए मुख्यमंत्री के तौर पर शुक्रवार को शपथ लेंगे। शपथ ग्रहण के बाद उन्हें 10 दिन के अंदर बहुमत साबित करना होगा।झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन की ओर से चम्पाई को नया नेता चुन लिया गया फिर भी राज्यपाल ने उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं किया था। चम्पाई के शपथ ग्रहण पर असमंजस के बीच महागठबंधन के विधायकों को एकजुट रखने के लिए भी मशक्कत की जाती रही।बुधवार रात को हेमंत के इस्तीफे के तत्काल बाद ही चम्पाई ने महागठबंधन के 47 विधायकों के समर्थन के साथ सरकार बनाने के लिए दावा पेश कर दिया था, लेकिन राज्यपाल ने उन्हें शपथ ग्रहण कराने को लेकर कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिए। गुरुवार को देर रात तक राजभवन की चुप्पी बरकरार रही।इस बीच महागठबंधन के नेताओं की बैचेनी बढ़ी रही। दोपहर को चम्पाई ने दोबारा राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा कि दो दिनों से सरकार के गठन को लेकर राज्यपाल द्वारा निर्णय नहीं लिए जाने से असमंजस की स्थिति है। इसके बाद शाम में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिलकर उन्होंने दोबारा 43 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा। कहा कि कुछ और विधायकों के रांची पहुंचने से उनके पास 45-46 विधायक हो जाएंगे।