भोपाल। जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि विभागीय सिंचाई परियोजनाओं को समय सीमा में पूर्ण किया जाए, जिससे प्रदेशवासियों को इन परियोजनाओं का लाभ मिल सके। मंत्री श्री सिलावट आज मंत्रालय में संकल्प 2023 से संबंधित सिंचाई परियोजनाओं की समीक्षा बैठक कर रहे थे। बैठक में विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, प्रमुख अभियंता श्री शिशिर कुशवाहा, मुख्य अभियंता, बोधी श्री जीपी सोनी, मुख्य अभियंता रीवा, जे एस कुसरे, मुख्य अभियंता, इंदौर श्री पीके वर्मा उपस्थित थे।संकल्प 2023 के अंतर्गत जलसंसाधन विभाग की पन्ना जिले में रूंज एवं मझगांव मध्यम सिंचाई परियोजना, ग्वालियर एवं चंबल में माधवराव सिंचाई परियोजना, छिंदवाड़ा जिले की पेंच डायवर्सन परियोजना, शिवपुरी जिले की चेंटीखेड़ा सिंचाई परियोजना तथा सतना एवं रीवा जिले की बहोती नहर परियोजना सम्मिलित की गई हैं। इन परियोजनाओं के पूर्ण होने से प्रदेश में 438777 हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई सुविधा विकसित होगी।मंत्री श्री सिलावट ने निर्देश दिए की विभाग द्वारा निर्मित तालाबों को चिन्हित कर उनके सुदृणीकरण एवं सौंदर्यीकरण के लिए विस्तृत प्रतिवेदन तैयार किया जाए। इसके उपरांत परियोजना प्रतिवेदन स्वीकृति के लिए केंद्रीय जल संसाधन मंत्रालय को प्रेषित किया जाए। मंत्री श्री सिलावट ने यह भी निर्देश दिए कि सभी निर्मित तालाबों में हो रहे अतिक्रमण को तत्परता से हटाया जाए।