भोपाल। पशुपालन एवं डेयरी राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार श्री लखन पटेल ने कहा है कि गोशालाओं को स्वावलंबी बनाया जाएगा, जिससे वे स्वयं का खर्च उठा सकें। इसके लिए जन जागृति अभियान चलाया जाएगा और शासन की ओर से उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।पशुपालन मंत्री श्री लखन पटेल आज पशुपालन एवं डेयरी संचालनालय में मध्य प्रदेश राज्य पशु कल्याण सलाहकार मंडल की बैठक ले रहे थे। बैठक में मध्य प्रदेश गौ संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष महामंडलेश्वर श्री अखिलेश्वरआनंद गिरि, अपर मुख्य सचिव, वन श्री जे एन कंसोटिया, एमडी दुग्ध महासंघ डॉक्टर सतीश एस, संचालक पशुपालन एवं डेयरी, डॉक्टर आरके माहिया, एमडी मध्य प्रदेश राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम बी एस भदोरिया, भारतीय पशु चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष डॉ उमेश शर्मा सहित सभी संबंधित उपस्थित थे।मंत्री श्री पटेल ने कहा कि प्रदेश में गौशाला में उत्पादित होने वाले उत्पादों के विक्रय के लिए प्रत्येक जिले में विक्रय केंद्र स्थापित किए जाएं। साथ ही गोबर एवं गोमूत्र से बनने वाले जैविक खाद, बायोगैस, कंडे, गोनाइल तथा अन्य उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए जन जागृति की जाए। गौशालाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए अनुदान पर बेलर मशीन, स्ट्रॉ रीपर, चेफ कटर उपलब्ध कराने के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाए। गौशालाओं में बिजली के बिल की राशि कम करने के लिए प्रधानमंत्री सोलर पैनल योजना अंतर्गत गौशालाओं में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किए जाएं।बैठक में मार्गो/राजमार्गों पर विचरने वाले निराश्रित गोवंश की समस्या के समाधान के लिए विस्तृत चर्चा की गई। इसके समाधान के लिए सुझाव दिया गया कि निराश्रित घूमने वाले गोवंश को पकड़कर गौशालाओं में रखा जाए और उनके पालकों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कर दंड अधिरोपित किया जाए। गौशालाओं को कांजी हाउस का दर्जा देने संबंधी सुझाव पर भी कार्य किया जाएगा।बैठक में मध्य प्रदेश गो संवर्धन बोर्ड द्वारा पायलट परियोजना के रूप में राष्ट्रीय राज्य मार्ग से निराश्रित गोवंश को हटाने के लिए तैयार की गई कार्ययोजना का प्रस्तुतीकरण किया गया। बैठक का संचालन संचालक, पशुपालन, डॉक्टर आरके मेहिया ने किया।