भोपाल। समाज से ही राष्ट्र बनता है, जिसमें दर्जी समाज की एक विशिष्ट पहचान है। यह बात प्रदेश के राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने श्री दामोदरवंशीय जूना गुजराती दर्जी समाज मप्र, भोपाल द्वारा राजधानी के झागरिया खुर्द-रातीबड़ रोड़ स्थित श्री गुरूधाम में गुरूवार को भव्य धर्मशाला एवं मंदिर निर्माण हेतु भूमिपूजन समारोह के दौरान कही। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि आदमी तो अपने लिए जीता है लेकिन जो समाज के लिए जीता है वहीं महापुरूष है। ऐसे ही संत थे टेंकचंद जी महाराज, जिन्होंने मध्यप्रदेश की माटी में जन्म लिया और सिर्फ दामोदरवंशीय दर्जी समाज के लोगों का ही नहीं बल्कि सभी वर्गों, जातियों और धर्मों के लोगों का उद्धार किया। दर्जी समाज हर मामले में पूरे देश में अग्रणी है।

गुरू टेकचंद महाराज ने सभी समाज को दिशा दी – राज्यमंत्री टैटवाल

वहीं, तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री श्री गौतम टैटवाल ने कहा कि गुरू टेकचंद महाराज ने दर्जी समाज को ही नहीं बल्कि सभी समाज को दिशा दी है। गुरू टेकचंद जी महाराज से जुड़ी कई घटनाएं व कहानियां है, जिसमें उनके चमत्कारों को वर्णन हमें देखने को मिलता है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आष्टा से पधारी की संत ब्रह्मज्ञानी परमपूज्य सदगुरू कृष्णा मां ने भूमिपूजन कर समारोह की शुरुआत की।

कार्यक्रम में सभी विशेष अतिथियों ने अपने संबोधन में गुरू टेकचंद जी महाराज और दर्जी समाज के आगामी प्रकल्पों और उद्देश्यों को सामाजिक बंधुओं के समझ रखा। गुरू टेकचंद महाराज भोपाल समिति के अध्यक्ष हरीश गहलोत ने धर्मशाला और मंदिर निर्माण के सपने को साकार वाली विभूतियों को याद किया जिन्होंने 50 वर्षों से इस काम को पूरा करने का बीड़ा उठाए रखा था। उन्होंने दर्जी समाज के आगामी उद्देश्य और भविष्य की योजनाओं पर अपनी बात रखी। कार्यक्रम में श्री गेहलोत ने धर्मशाला एवं मंदिर निर्माण के कार्यों की रूपरेखा का प्रजेन्टेशन समाजगणों की बीच प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर प्रदेश सरकार में संत ब्रह्मज्ञानी परमपूज्य सदगुरू कृष्णा मां, राजस्व मंत्री श्री करण सिंह वर्मा, तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री श्री गौतम टैटवाल के अलावा मप्र सिलाई कला बोर्ड के अध्यक्ष श्री मनोहरलाल महेश्वरी, श्री टेकचंद जी महाराज रजि. ट्रस्ट कड़छा जिला उज्जैन के अध्यक्ष श्री मोहनलाल जी चौहान समेत इंदौर, उज्जैन, सीहोर एवं प्रदेश के विभिन्न जिलों से ट्रस्ट के पदाधिकारी, सरपंच, पार्षद, स्वजातीय बंधुगण बड़ी संख्या में मौजूद रहे।भूमिपूजन समारोह में कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रदेश के विभिन्न जिलों से समाज के वरिष्ठजन, पार्षद, सरपंच, जिलाध्यक्ष, जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिक एवं स्वजातीय बंधुगण शामिल हुए।