संयुक्त राष्ट्र। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर जर्मनी और अमेरिका ने टिप्पणी की है। दोनों देशों की टिप्पणी पर भारत विरोध जता चुका है। वहीं अब संयुक्त राष्ट्र की ओर से भी इस पर टिप्पणी की गई है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता ने कहा, ‘हमें बहुत उम्मीद है कि भारत में या किसी अन्य देश में हर किसी के अधिकार सुरक्षित हैं और हर कोई स्वतंत्र और निष्पक्ष माहौल में मतदान करने में सक्षम है।’ संयुक्त राष्ट्र की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक बांग्लादेशी पत्रकार ने भारत में आम चुनावों से पहले अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और कांग्रेस के बैंक अकाउंट फ्रीज करने से जुड़ा सवाल पूछा था।
इससे पहले अमेरिका ने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर टिप्पणी की थी। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा था कि हम मुख्यमंत्री केजरीवाल की गिरफ्तारी पर निष्पक्ष, पारदर्शी और समयबद्ध कानूनी प्रक्रिया की उम्मीद करते हैं। अमेरिका की टिप्पणियों पर भारत ने विरोध दर्ज कराने के लिए एक वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक को तलब किया। नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास की कार्यवाहक उपप्रमुख ग्लोरिया बरबेना को भारत ने तलब किया था। लेकिन इसके बावजूद भी अमेरिका का मन नहीं भरा और उसने एक बार फिर भारत के आंतरिक मामले में टिप्पणी की।
कांग्रेस पार्टी का उठाया मुद्दा
अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के साथ अमेरिकी राजनयिक को तलब किए जाने और कांग्रेस पार्टी के बैंक खातों को फ्रीज करने पर पूछे गए सवाल का जवाब दिया। उन्होंने कहा, ‘हम कांग्रेस पार्टी के उन आरोपों से अवगत हैं कि टैक्स अधिकारियों ने उनके कुछ बैंक खातों को इस तरह से फ्रीज कर दिया है कि आगामी चुनावों में प्रभावी ढंग से प्रचार करना चुनौतीपूर्ण हो जाएगा। हम इन सभी मुद्दों पर निष्पक्ष, पारदर्शी और समय पर कानूनी प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करते हैं।’
आधे घंटे अमेरिकी राजनयिक संग हुई मीटिंग
मैथ्यू मिलर ने कहा, ‘पहले सवाल के संबंध में मैं किसी निजी राजनयिक बातचीत के बारे में बात नहीं करने जा राह हूं, लेकिन निश्चित तौर से हमने सार्वजनिक रूप से जो कहा है, वहीं मैं फिर कहता हूं कि हम निष्पक्ष, पारदर्शी, समय पर कानूनी प्रक्रियाओं को प्रोत्साहित करते हैं। हमें नहीं लगता कि किसी को इस पर आपत्ति होनी चाहिए। यही बात हम निजी तौर पर स्पष्ट कर देंगे।’ भारत ने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर टिप्पणी के बाद अमेरिकी राजनयिक को तलब किया था। साउथ ब्लॉक में अमेरिकी राजनयिक के साथ लगभग आधे घंटे मीटिंग हुई।