वॉशिंगटन। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद एक बेहद संवेदशनील और ज्वलंत मुद्दा है। चीन लगातार अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा करता आया है। लेकिन अब अमेरिका ने अरुणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न अंग बताकर उसे झटका दे दिया है।
अमेरिका ने न्यूज कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दो टूक कहा कि वह लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर क्षेत्रीय दावों के प्रयासों का कड़ा विरोध करता है। अमेरिका के विदेश विभाग के उपप्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि अमेरिका अरुणाचल प्रदेश को भारत का हिस्सा मानता है। हम लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर सेना या किसी नागरिक द्वारा किसी तरह की घुसपैठ या अतिक्रमण के दावे के एकपक्षीय प्रयासों की कड़ी निंदा करते हैं।
अमेरिका का ये बयान चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता झांग शियाओगांग के उस बयान के बाद आया है, जिसमें चीन ने कहा था कि बीजिंग तथाकथित अरुणाचल प्रदेश पर भारत के अवैध रूप से कब्जे का पुरजोर विरोध करता है। चीन अरुणाचल प्रदेश के लिए जंगनान नाम का इस्तेमाल करता है।
चीन ने पीएम मोदी के अरुणाचल दौरे का किया था विरोध
पीएम मोदी हाल ही में अरुणाचल प्रदेश के दौरे पर गए थे। इस दौरे को लेकर चीन ने भारत के सामने राजनयिक विरोध दर्ज कराया था। चीन के विदेश मंत्रालय वांग वेनबिन ने कहा था कि इससे भारत-चीन का सीमा विवाद और बढ़ेगा। वेनबिन ने कहा था कि चीन के जंगनान को डेवलप करने का भारत का कोई अधिकार नहीं है। चीन के इस विरोध पर भारत ने भी कड़ा जवाब दिया था। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा था, है और रहेगा।