भोपाल। प्रदेश भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं को यह संदेश केंद्रीय नेताओं ने भेजा है कि वे लोकसभा के मिशन 29 को लेकर बिल्कुल भी ओवर कॉन्फिडेंस में न रहें। सभी बूथ विजय अभियान के तहत हर हाल में सभी से संपर्क करें। हर सीट को जीतने के लिए पूरी ताकत से मैदान में डटे रहना है। इसके लिए केंद्रीय संगठन ने एक रोड मैप तैयार कर प्रदेश संगठन को भेजा है, जिसमें यह बात सामने आई है कि कार्यकर्ताओं और नेताओं को चुनाव में पूरी सक्रियता और पूरी ताकत के साथ जुटना होगा। इस रोड मैप में ज्यादतर बूथ विजय अभियान के तहत जो बिंदु दिए गए हैं, उन पर ही फोकस करने को कहा गया है।  सभी वर्गों से संपर्क और संवाद करने की बात की गई है। किसानों, कर्मचारियों, व्यापारियों के बीच में भाजपा की पैठ बढ़ाने को लेकर भी जोर दिया गया है।

विवादित बयानों से बचने की  सलाह
सूत्रों की मानें तो केंद्रीय संगठन ने प्रदेश के सभी नेताओं को बताया है कि वे विवादित बयानों से बचें। पार्टी इस पर खास ध्यान रखे। प्रदेश सरकार के मंत्री, मौजूदा सांसद, विधायक और प्रदेश एवं जिला संगठन के पदाधिकारी इस बात का विशेष ध्यान रखें कि विवादित बयान उनकी तरफ से न आए।

गठजोड़ में सीट छोड़ी, पर घोषित न हो सके पूरे कैंडिडेट
मध्य प्रदेश में कांग्रेस 18 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों को चयन को लेकर प्रदेश में सक्रिय है। प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पिछले कुछ दिनों से हर लोकसभा क्षेत्र के चुनिंदा नेताओं की बैठक ले रहे हैं। दरअसल रविवार तक स्क्रीनिंग कमेटी को 18 सीटों पर सिंगल नाम केंद्रीय चुनाव समिति को भेजना है। इसके लिए प्रदेश कांग्रेस में तेजी से मशक्कत चल रही है।

भाजपा ने जहां सभी सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है, वहीं कांग्रेस अब तक दस सीटों पर ही उम्मीदवार को उतार सकी है। जबकि एक सीट उसने गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी को दी है। अब उसे 18 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान करना है। केंद्रीय चुनाव समिति ने इन 18 सीटों पर सिंगल नाम स्क्रीनिंग कमेटी से मांगे हैं। रविवार तक ये नाम केंद्रीय चुनाव समिति को भेजे जाने हैं। इसके बाद 18 मार्च को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक दिल्ली में होना है। इ