नई दिल्ली भारतीय अर्थव्यवस्था  दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती हुई इकोनॉमी बनी हुई है। वर्ल्ड बैंक से लेकर आईएमएफ (IMF) तक ने इसकी सराहना की है। अब एक और गुड न्यूज आई है, ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच  ने भारत पर भरोसा जताते हुए देश के जीडीपी ग्रोथ अनुमान में बदलाव करते हुए इसे और बढ़ा दिया है। फिच रेटिंग्स ने कहा है कि FY25 में इंडियन इकोनॉमी 7 फीसदी की दर से आगे बढ़ेगी।

GDP ग्रोथ अनुमान में किया इजाफा
Fitch Ratings ने गुरुवार को जारी अपनी रिपोर्ट में भारत के जीडीपी अनुमान में बदलाव किया है। ग्लोबल एजेंसी ने पहले इंडियन इकोनॉमी की GDP Growth Rate 6।5 फीसदी रहने का अनुमान जाहिर किया था, लेकिन अब इसे 50 बेसिस प्वाइंट या 0।50 फीसदी बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया है। एजेंसी ने इकोनॉमी पर भरोसा जताते हुए रिपोर्ट में कहा कि भारत तेज रफ्तार से आगे बढ़ता रहेगा। रिपोर्ट ने कहा है कि हम अब वित्त वर्ष 24 में जीडीपी के 7।8 फीसदी और वित्त वर्ष 25 में 7 फीसदी तक पहुंचने की उम्मीद कर रहे हैं।

महंगाई को लेकर फिच ने क्या कहा?
भारत की जीडीपी ग्रोथ की रफ्तार पर भरोसा बरकरार रखते हुए Fitch Ratings ने देश में खुदरा महंगाईके आंकड़ों का जिक्र करते हुए अपनी रिपोर्ट में लिखा कि खुदरा महंगाई के आंकड़े से पता चलता है कि खाद्य कीमतों में कमी आई है और इससे आने वाले समय महंगाई भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के तय टारगेट 2.6 फीसदी बैंड के 4 फीसदी तक पहुंच जाएगी। गौरतलब है कि बुधवार को आए रिटेल महंगाई के आंकड़ों के मुताबिक, यह फरवरी महीने में 5.10 फीसदी से घटकर 5।09 फीसदी पर आ गई है।

China को फिर दिया झटका
फिच रेटिंग्स ने अपनी आउटलुक रिपोर्ट में एक बार फिर चीन को झटका दिया है। एजेंसी ने कहा है कि चीन के अलावा दुनिया के अन्य उभरते बाजारों के लिए संभावनाएं उज्ज्वल बनी हुई हैं, विशेष रूप से भारत के लिए ये बेहतर हैं। फिच के मुताबिक, देश के रियल एस्टेट सेक्टर और अन्य वित्तीय चिंताओं के बीच चीन के वित्त वर्ष 24 के जीडीपी ग्रोथ पूर्वानुमान को 4.6 फीसदी से घटाकर 4.5 फीसदी कर दिया है।

जनवरी में भी जताया था भारत पर भरोसा
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच (Fitch Ratings) ने साल की शुरुआत में 16 जनवरी को जारी अपनी रिपोर्ट में भी Indian Economy पर भरोसा जताते हुए भारत को ‘स्थिर’ आउटलुक दिया था। फिच ने रिपोर्ट में कहा था कि भारत अगले कुछ सालों में ग्लोबल स्तर पर सबसे तेजी से विकास करने वाले देशों में से एक बने रहने के लिए तैयार है।