भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की यात्राओं पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि उनकी यात्राएं ‘कांग्रेस तोड़ो, कांग्रेस छोड़ो’ साबित हुई हैं। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि राहुल गांधी ने अपनी एक और विफल यात्रा का समापन किया। राहुल गांधी ने दो यात्राएं की और वह दो यात्राएं ‘कांग्रेस तोड़ो, कांग्रेस छोड़ो’ साबित हुईं और जहां से गुजरी वहां से कांग्रेस ही गुजर गई।उन्होंने  कहा कि ‘न्याय यात्रा’ ने भी कांग्रेस के साथ ‘अन्याय’ ही किया, जहां से वो गुजरे, वहां कांग्रेस या तो हारी या शीर्ष नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी। मैं राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से आज कुछ सवाल पूछ रहा हूं और उनके जवाब चाहता हूं। देश जानना चाहता है, वो जवाब दें। जब अयोध्या में भगवान श्री राम के दिव्य और भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हुई थी, संपूर्ण देश आनंद, उत्सव और भक्ति से सराबोर था, निमंत्रण उन्हें भी मिला था कि वो सनातन धर्म के सबसे बड़े पर्व में शामिल हों। उन्होंने इस कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं होने का फैसला क्यों किया? निमंत्रण ठुकरा दिया। मैं यह मानता हूं, कांग्रेस की इस ऐतिहासिक भूल के लिए उन्हें जवाब देना चाहिए। संदेशखाली में बहन और बेटियों के साथ जो मध्ययुगीन अत्याचार और अन्याय हुए, घिनौने कृत्य हुआ, बहनें सड़कों पर उतरी, लेकिन, कांग्रेस की तरफ से उनके समर्थन में एक भी बयान नहीं आया। क्या यह आपकी तुष्टिकरण की नीति नहीं है? एक बात मैं पूछना चाहता हूं, देश भी जानना चाहता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हैं, जो जनता के दिलों में बसते हैं। देश उनका पूरा परिवार है। उनके खिलाफ राहुल और उनकी पार्टी के नेता आपत्तिजनक बयान देते हैं। यह भारत की संस्कृति नहीं है। क्या यही कांग्रेस और इंडी गठबंधन का चरित्र है?