भोपाल। मध्य प्रदेश में लोकसभा की सभी 29 सीटों को जीतने के लिए इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य नेताओं की सभाओं को लेकर प्लान तैयार किया जा रहा है। चुनाव प्रबंधन समिति इस पर काम कर रही है। जिसमें सभाओं को लेकर रोड मैप तैयार किया जा रहा है। मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हर चरण के चुनाव में एक या दो सभाएं होगी।
भाजपा की चुनाव प्रबंधन समिति डिमांड अनुसार साभाएं करवाने को लेकर प्रदेश संगठन को अपना प्रस्ताव देगी। जिसमें अन्य तैयारियों के साथ ही कहां पर किस नेता की सभा ज्यादा असरकारक होगी। इस पर भी बातचीत हुई। लगभग सभी क्लस्टर प्रभारियों ने उनके क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा करवाने की बात की। इसके बाद यह भी बात हुई कि हर चरण के चुनाव में एक या दो सभाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह की होना चाहिए। पहले चरण का चुनाव सीधी, मंडला, जबलपुर, शहडोल, बालाघाट और छिंदवाड़ा में होना है। इसमें से छिंदवाड़ा पर इस बार भाजपा का फोकस हैं। इसलिए ऐसा माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक सभा छिंदवाड़ा में इस बार हो सकती है।
कई राज्यों में रोड शो करेंगे सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के साथ दूसरे राज्यों में भी बीजेपी के पदाधिकारी सीएम योगी के रोड शो, रैलियां और जनसभाएं कराने की मांग कर रहे हैं. जिसके देखते हुए योगी आदित्यनाथ राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक में भी चुनावी जनसभा करेंगे. इसके साथ ही तमिलनाडु, हिमाचल, उत्तराखंड, बिहार में भी चुनावी जनसभा करने का प्लान है।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण के प्रत्याशी घोषित होने के बाद चुनाव प्रचार में और तेजी देखने को मिलेगी ऐसे में बीजेपी प्रस्तावित रैली, रोड शो और तमाम जनसभाएं कराने का प्लान कर रही है। चुनाव प्रचार को लेकर बीजेपी के प्लान के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ पूरब से पश्चिम तक देश के कई राज्यों में चुनावी जनसभाएं और रोड शो करेंगे. बीजेपी ने इसके लिए अभी से प्लान पर काम करना शुरू कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी पूरे आक्रामक तरीके से चुनाव प्रचार में उतरने की तैयारी में जुटी है। इसके लिए पीएम मोदी और सीएम योगी समेत तमाम बड़े नेता चुनाव प्रचार करते हुए दिखाई देंगे। इनमें पीएम मोदी और सीएम योगी के अलावा, राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी, केशव प्रसाद मौर्य, भूपेंद्र सिंह चौधरी समेत कई बड़े केंद्रीय मंत्रियों को भी मैदान में उतारा जाएगा।