भोपाल। आबकारी विभाग ने भोपाल जिले में नए वित्तीय वर्ष (2024-25) के लिए 35 समूहों 87 शराब दुकानों से 916 करोड़ रुपए कमाने का लक्ष्य रखे था। लेकिन 18 शराब दुकानें नीलाम नहीं हो पाना विभाग के लिए सिरदर्द बन गया है। नई शराब नीति के तहत शहर के 7 ग्रुपों की करीब 18 शराब दुकानों को बेचने के लिए आबकारी विभाग ने करीब 35 दिनों में छह बार प्रयास किए, फिर भी इन दुकानों को लेने के लिए कोई आगे नहीं आया है। ऐसे में आबकारी विभाग करीब 186 करोड़ रुपए कमाने के लिए बची हुई शराब दुकानों की नीलाम करने के लिए चौथी बार ई-टेंडर निकाले हैं। यह टेंडर 19 मार्च को दोपहर दो बजे के बाद खोले जाएंगे। अब चौथी बार में ई-टेंडर को लेकर इन दुकानों की रिजर्व प्राइस को पिछली बार की तरह 5 फीसदी कम कर दिया गया है। इससे विभाग को करीब 9 करोड़ रुपए के राजस्व की हानि होगी। एक महीने पहले बिक गई थी 69 दुकानें: जिले में करीब 69 शराब दुकानें ही सेल हो सकी हैं। इनसे 730 करोड़ रुपए से अधिक कमाए जा चुके हैं। बची हुई शराब दुकानों को बेचने के लिए आबकारी विभाग को छठवीं बार कवायद कर रहा है।
बी प्लान तैयार, विभाग संचालित करेगा दुकानें
सूत्रों की मानें तो यदि अब 18 शराब दुकानें नहीं बिकी तो आबकारी विभाग ने इसके लिए प्लान बी तैयार किया है। विभाग ने खुद ये दुकानें संचालित करने की तैयारी कर दी है। आबकारी विभाग पड़ोसी प्रदेश की आबकारी नीति के तहत भी निर्णय ले सकता है। हालांकि अफसर द्वारा तीसरी नीलामी पर जोर दिया जा रहा है।