मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में चित्रकूट विकास प्राधिकरण की स्थापना के प्रस्ताव को मंजूरी मिली है। इसके अलावा राष्ट्रीय रोपवे विकास कार्यक्रम पर्वतमाला के तहत प्रदेश में प्रस्तावित रोपवे परियोजना का अनुमोदन भी कैबिनेट ने किया।  लोक निर्माण विभाग और नेशनल हाइवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड के मध्य रोपवे के विकास, कार्यान्वयन, निर्माण संचालन और रखरखाव के लिए हुए एमओयू का अनुमोदन भी किया गया। इसके तहत प्रथम चरण में रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर उज्जैन के बीच रोपवे बनेगा। इसके अलावा  मुरैना जिले के अम्बाह-पिनहट मार्ग पर चंबल नदी के उसैद घाट पर उच्चस्तरीय पुल निर्माण कार्य के लिए 157 करोड़ 77 लाख रुपए की पुनरीक्षित प्रशासकीय मंजूरी भी कैबिनेट ने प्रदान की।  किसानों और उनके समूहों को सोलर कृषि पंप कनेक्शन प्रदान करने के लिए  मुख्यमंत्री कृषक मित्र अश्विन योजना लागू की जाएगी। वहीं पीएम जनमन योजना के अंतर्गत ग्रामीण विकास विभाग के अधीन मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण द्वारा एक करोड़ प्रति किलोमीटर से अधिक राशि के सड़क निर्माण पर अतिरिक्त राशि का व्यय भार अब राज्य शासन द्वारा वहन किया जाएगा।

दो नये विवि की डिजिटल लांचिंग
इधर, मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने गुरुवार को पर्यटन हेली सेवा और पर्यटन वायु सेवा का शुभारंभ किया।  आॅपरेटर द्वारा प्रदेश के प्रमुख हवाई अड्डों इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, भोपाल, खजुराहो के साथ-साथ  हवाई पट्टियों में से रूट का चयन किया जाएगा। इससे पर्यटकों को तीव्र यात्रा का माध्यम मिलेगा और साथ ही घरेलु पर्यटन में भी वृद्धि होगी।  इसके बाद मुख्यमंत्री  दोपहर में खरगौन पहुंचे है। यहां वे खरगौन में क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय खरगौन और क्रांतिवीर तात्या टोपे विश्वविद्यालय गुना के अस्थाई भवनों की डिजिटल लांचिंग करेंगे। वहीं पीपरी माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना, बलकवाड़ा माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना और चौडी जामन्या माइक्रो उद्वहन सिंचाई परियोजना का लोकार्पण भी करेंगे।

सरकार के सौ दिन रहे उपलब्धिपूर्ण, कोई योजना बंद नहीं की: यादव
कैबिनेट बैठक से पहले मंत्रियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि राज्य शासन के पहले सौ दिन वित्तीय दृष्टि से उपलब्धिपूर्ण रहे है। तमाम अटकलों के बावजूद राज्य सरकार द्वारा कोई योजना बंद नहीं की गई है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि राजस्व और पूंजीगत व्यय की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए राज्य शासन के पास पर्याप्त वित्तीय संसाधन उपलब्ध है। प्रदेश में विकास कार्य अनवरत जारी हैं। मंत्रियों ने मुख्यमंत्री के इस वक्तव्य पर मेजे थपथपाकर उनका हर्ष व्यक्त किया।