सागर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि डॉ. हरिसिंह गौर की नगरी सागर ने शिक्षा के क्षेत्र में देश का नेतृत्व किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव सागर के पीटीसी ग्राउंड में विश्वविद्यालय के डिजिटल लांच के लिए आयोजित समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने रिमोट का बटन दबाकर रानी अवंती बाई लोधी विश्वविद्यालय का शुभारंभ किया। डॉ. यादव ने कहा कि यह विश्वविद्यालय इसी सत्र से शुरू होगा। विश्वविद्यालय के लिए भवन भी बनाया जाएगा।

 मध्यप्रदेश की धरती शिक्षा क्षेत्र में देश का मुख्य केन्द्र है। भगवान श्री कृष्ण ने संदीपनी आश्रम उज्जैन में शिक्षा ली थी, वहीं शिक्षाविद् डॉ. हरिसिंह गौर ने बुंदेलखंड की धरा पर शिक्षा की मशाल जलाई। उन्होंने कहा कि मेरा मत है कि डॉ. हरिसिंह गौर को भारत रत्न मिलना चाहिए। प्रदेश के 55 जिलों में सागर एक मात्र जिला है, जहां दो विश्वविद्यालय है। मध्यप्रदेश सरकार ने 90 दिन के भीतर अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लेकर उनका क्रियान्वयन करवाया है। 52 दिन पहले सागर में वीरांगाना रानी अवंती बाई लोधी के नाम पर राजकीय विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा की गई थी, जिसे आज मूर्तरूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों से प्रतिभावान नागरिकों की पौध तैयार होती है। युवाओं के हाथ में केवल कागज की डिग्री ही नहीं बल्कि हुनर भी होना चाहिए। इसी परिप्रेक्ष्य में नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षा का समूचा ढांचा तैयार किया जा रहा है, जिसका श्रेय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को है। नई शिक्षा नीति में कौशल के साथ संस्कार देने के पाठ्यक्रम भी शामिल किये गये हैं। सागर के नये विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के सुझाव पर पाठ्यक्रम चालू किये जायेंगे।

20 जनवरी को सागर में आयुर्वेद मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी। उन्होंने आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के नाम पर आयुर्वेद कॉलेज की घोषणा की। उन्होंने कहा कि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के प्रति यह सच्ची श्रद्धांजलि होगी। डॉ. यादव ने संत रविदास के नाम से मार्ग के निर्माण की घोषणा की। जनप्रतिनिधियों की मांग पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बंडा और मकरोनिया के शासकीय कॉलेज में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम और केसली में स्नातक स्तर पर विज्ञान संकाय भी प्रारंभ करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गंभीर और त्वरित इलाज के लिए प्रदेश के जिलों में एयर एंबुलेंस की सुविधा मुहैया कराई जा रही है, जिसमें सागर भी शामिल रहेगा। सागर को हवाई यात्रा से भी जोड़ा जाएगा। राज्य सरकार ने 12 सीटर वाले छोटे हवाई जहाज संचालित करने का भी निर्णय लिया है।

मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि सागर में विगत 13 वर्ष से जनप्रतिनिधियों, नागरिकों, विद्यार्थियों द्वारा लगातार राज्य स्तरीय विश्वविद्यालय की मांग की जा रही थी।  मुख्यमंत्री ने गत 20 जनवरी को सागर में पहली बार आगमन पर ही रानी अवंती बाई लोधी राजकीय विश्वविद्यालय की घोषणा की थी। मंत्री श्री राजपूत ने डॉ. हरिसिंह गौर को भारत रत्न की उपाधि से अलंकृत करने की भावना को केन्द्र सरकार तक पहुंचाने का अनुरोध मुख्यमंत्री डॉ. यादव से किया। सांसद श्री राजबहादुर सिंह और विधायक श्री शैलेन्द्र जैन ने कहा कि रानी अवंती बाई लोधी विश्वविद्यालय की स्थापना और उसे इसी सत्र से शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव को जिले वासियों की ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया।

रानी अंवती बाई लोधी विश्वविद्यालय

सागर में राजकीय विश्वविद्यालय शुरू होने का लाभ सागर और दमोह जिले के 70 हजार विद्यार्थियों को मिलेगा। विश्वविद्यालय से दोनों जिलों के 78 कॉलेज संबंद्ध होंगे। सागर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज को रानी अवंती बाई लोधी विश्वविद्यालय बनाया गया है। यह लीडिंग कॉलेज विश्वविद्यालय की संगठक इकाई होगी।  राज्य शासन द्वारा गर्ल्स कॉलेज की अर्थशास्त्र की प्रोफेसर श्रीमती शक्ति जैन को विश्विद्यालय का प्रथम कुल सचिव बनाया गया है।कार्यक्रम में विधायकगण श्री प्रदीप लारिया, श्री वीरेन्द्र सिंह लोधी, महापौर श्रीमती संगीता तिवारी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री हीरासिंह राजपूत, नगर निगम अध्यक्ष श्री वृदावन अहिरवार, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री देवेन्द्र सिंह ठाकुर, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती लता वानखेडे़ सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद थे।