कोलकाता। पश्चिम बंगाल के भूपतिनगर में संदेशखाली कांड दोहराया गया। ईडी के बाद एनआईए की टीम पर हमला किया गया है। इस घटना के बाद राजनीति भी तेज हो गई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी हमलावरों के साथ खड़ी दिख रही हैं। उन्होंने तर्क दिया कि जब ग्रामीण आधी रात को गांव में किसी अजनबी को देखते हैं तो वे क्या करते हैं, ग्रामीणों ने एनआईए जांचकर्ताओं के साथ भी वही किया। ममता बनर्जी ने आज रायगंज में इस घटना के बारे में बात की है। उन्होंने जांच एजंसी की कार्रावाई के तरीके पर ही सवाल उठा दया है। ममता ने पूछा कि एनआईए ने रात के अंधेरे में छापेमारी क्यों की? क्या एनआईए पुलिस की इजाजत से ऑपरेशन के लिए गई थी? वे चुनाव के समय लोगों को गिरफ्तार क्यों कर रहे हैं? भाजपा ने क्या सोचा था, सभी बूथ एजेंटों को गिरफ्तार करके छोड़ देंगे? एनआईए के पास क्या अधिकार हैं? वे बीजेपी की मदद के लिए ऐसा काम कर रहे हैं। हम पूरी दुनिया के लोगों से बीजेपी की इस गंदी राजनीति के खिलाफ खड़े होने की अपील करते हैं।
NIA की टीम पर हमला
पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के भूपतिनगर इलाके में 2022 के बम विस्फोट मामले की जांच के लिए गए राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के दल पर ग्रामीणों ने शनिवार को हमला कर दिया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि एनआईए अधिकारियों के एक दल ने इस मामले के संबंध में बुधवार सुबह दो लोगों को गिरफ्तार किया और यह दल कोलकाता वापस जा रहा था, तभी उसके वाहन पर हमला हुआ। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘स्थानीय लोगों ने वाहन को घेर लिया और उस पर पथराव किया। एनआईए ने कहा है कि उसका एक अधिकारी घायल भी हुआ है।’’