नई दिल्ली। कांग्रेस पर हिंदू धर्म को तबाह करने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि इसके लिए जनता उसे सबक सिखा कर रहेगी। उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के लिए 19 अप्रैल को होने वाले मतदान से पहले यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी विकास और विरासत दोनों की विरोधी है।
‘प्रभु राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए’
कांग्रेस पार्टी ने प्रभु राम के अस्तित्व पर सवाल उठाए हैं। यह कांग्रेस ही है जिसने पहले राम मंदिर का विरोध किया, जितने अड़ंगे डाल सकते थे, डाले और अदालत में भी रूकावटें डालने को कोशिश कीं लेकिन राम मंदिर बनाने वालों ने कांग्रेस के सारे गुनाह माफ कर उनके घर जाकर उन्हें मंदिर में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा के लिए निमंत्रण भेजा लेकिन उन्होंने उसका भी बहिष्कार कर दिया।
आस्था को तबाह करने की साजिशें चल रही कांग्रेस
यह कांग्रेस शक्तिस्वरूपा मां धारी देवी, मां चंद्रबदनी देवी, मां ज्वाल्पा देवी की शक्ति को खत्म करना चाहती है। उत्तराखंड की आस्था को तबाह करने की साजिशें चल रही हैं और कांग्रेस की ये बातें आग में घी डालने का काम करेंगी। उत्तराखंड की संस्कृति की रक्षा करना हम सभी का दायित्व है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘आप सभी को भूलना नहीं है कि यह वही कांग्रेस है जो कहती रही है कि हर की पौड़ी मां गंगा के किनारे नहीं है, वह एक नहर के किनारे बसी है।
आज युद्ध क्षेत्र में तिरंगा भी सुरक्षा की गारंटी
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके नेतृत्व वाली स्थिर सरकार ने पिछले 10 वर्षों में पहले के मुकाबले देश को बहुत मजबूत किया है। उन्होंने कहा कि उससे पहले जब तक देश में कमजोर और अस्थिर सरकारें रहीं, तब तक भारत में आतंकवाद ने पैर पसारे लेकिन उनकी मजबूत सरकार में आतंकवादियों को उनके घर में घुसकर मारा जाता है। उन्होंने कहा,‘‘आज युद्ध क्षेत्र में तिरंगा भी सुरक्षा की गारंटी बन जाता है।”
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म की
मोदी ने कहा कि उनकी मजबूत सरकार ने सात दशकों बाद जम्मू-कश्मीर से धारा 370 खत्म की, तीन तलाक के खिलाफ कानूान बनाया, महिलाओं को लोकसभा और विधानसभा में आरक्षण दिया और पूर्व सैनिकों को ‘ओआरओपी’ (वन रैंक, वन पेंशन) का लाभ दिया। उन्होंने जनता से विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए उत्तराखंड की पांचों सीटों पर एक बार फिर भाजपा प्रत्याशियों को विजयी बनाने को कहा। 2014 और 2019 में भी प्रदेश की पांचों सीटें भाजपा के खाते में ही गयी थीं।