नई दिल्ली। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का मानना है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल से बाहर आकर लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को कोई नुकसान नहीं होगा। उन्होंने दावा किया है कि AAP चीफ के बाहर आने का सबसे अधिक नुकसान कांग्रेस को होने वाला है। आपको बता दें कि केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) इंडिया गठबंधन का हिस्सा है, जिसमें कांग्रेस शामिल है। हालांकि, पंजाब में कांग्रेस और आप एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। दोनों पार्टियां दिल्ली में मिलकर चुनाव लड़ रही हैं, जहां 7 लोकसभा सीटें हैं।
पीके ने बताए कारण
पीके ने कहा कि पंजाब में जिन 22 सीटों पर आप चुनाव लड़ रही है, उनमें से 13 सीटों पर उसकी सीधी लड़ाई कांग्रेस से है। उन्होंने कहा कि पंजाब में बीजेपी भी चुनाव लड़ रही है। 2019 में, भाजपा ने पंजाब में दो सीटें गुरदासपुर और होशियारपुर जीतीं। इस बार बीजेपी राज्य की सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
आप के कार्यकर्ताओं का बढ़ेगा मनोबल
प्रशांत किशोर ने इस बात को स्वीकार किया कि केजरीवाल के जेल से बाहर आने से पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं का मनोबल बढ़ेगा लेकिन उन्होंने कहा कि वह दिल्ली और पंजाब से परे मतदाताओं की भावनाओं को प्रभावित नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा, “अगर किसी पार्टी का कोई नेता सामने आता है तो इससे पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं का मनोबल बढ़ेगा। आप तेलंगाना में बैठे हैं। मान लीजिए अगर केजरीवाल यहां तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और ओडिशा में प्रचार करने आते हैं तो क्या आपको लगता है कि इससे मतदान को लेकर जनता की भावनाएं बदल जाएंगी? मुझे ऐसा नहीं लगता है। यह बदलाव सिर्फ दिल्ली और पंजाब में दिखाई देगा।”
तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे मोदी: PK
प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लगातार तीसरी जीत की भविष्यवाणी की है। उन्होंने कहा कि भाजपा को पूर्व और दक्षिण में सीटें मिल रही हैं। उनके मुताबिक पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तेलंगाना में भगवा पार्टी की सीटें बढ़ेंगी। चुनावी रणनीतिकार ने यह भी कहा कि उन्हें उत्तर और पश्चिम में भाजपा की सीटों में कोई बड़ी गिरावट नहीं दिख रही है। उन्होंने कहा कि लोकसभा में भाजपा की मौजूदा संख्या करीब 300 बरकरार रहने की संभावना है।