मुरैना। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने गुरुवार को मुरैना में चुनावी सभा को संबोधित करते कहा कि जिस वैक्सीन के सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का फोटो लगा था, उस वैक्सीन से लोगों को दिल का दौरा पड़ सकता है और अचानक वे मर भी जाते हैं। कोई जिम कर रहा है, कुछ और काम कर रहा है, मंच पर भाषण दे रहा है और वह वहीं पर गिरकर मर गया। उस वैक्सीन की कंपनी से मोदी जी की पार्टी ने चंदा भी लिया है।
प्रियंका ने महंगाई, भ्रष्टाचार, खेती-किसानी से लेकर अग्निवीर के मुद्दे पर भी प्रधानमंत्री को घेरा। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रोरल बांड की सच्चाई सामने आने के बाद पता लगा कि भाजपा देश की सबसे धनवान पार्टी है। जैसे गुंडे वसूली करते हैं, वैसे भाजपा सरकार चंदा वसूली कर रही है। उनके पास पैसा छापा मरवा कर, केस लगवा कर और चंदा लेकर आया। मोदी जी जनता से कट गए हैं। 10 साल से इवेंटबाजी दिखा रहे हैं, धर्म के नाम पर भटकाते हैं। हम सब धार्मिक हैं, इस देश में सब धार्मिक है। कांग्रेस की अवधारणा ही हिंदू धर्म है, क्योंकि हिंदू धर्म सत्य है। सत्यमेव जयते ही हमारी धारणा है।
25 अप्रैल को मुरैना की सभा में प्रधानमंत्री मोदी ने विरासत टैक्स का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इंदिरा गांधी की संपत्ति लेने के लिए विरासत कानून खत्म कर दिया। प्रधानमंत्री की इस बात का जवाब देते प्रियंका ने कहा कि मोदीजी मेरे पिता को मंच पर खड़े होकर देशद्रोही बोलते हैं, कहते हैं कि मेरे पिताजी ने कोई कानून बदल दिया विरासत लेने के लिए।
मोदीजी इस बात को समझ नहीं पाएंगे, कि पिताजी को विरासत में धन दौलत नहीं, शहादत की भावना मिली। 19 साल की उम्र में जब बलिदानी पिता के टुकड़े घर लाई, तब मैं इस देश से नाराज थी कि मैंने पिता को हिफाजत से भेजा था, लेकिन मुझे झंडे में लपेटकर उनके टुकड़े दिए गए। आज 52 साल की हूं, पहली बार मैंने सार्वजनिक मंच पर यह बात कही है, पर मेरी जो नाराजगी थी वह आहिस्ता-आहिस्ता समझी कि इस तरह की नाराजगी उससे होती है, जिससे हम प्रेम करते हैं।
प्रियंका ने कहा कि भाषणों में मोदी जी के मुंह से किसी ने एक शब्द बेरोजगारी पर नहीं सुना। देश में 10 साल से उनकी सरकार है। इस सरकार ने आपके लिए क्या किया, ये बात आपको समझनी पड़ेगी। मोदी जी कहते हैं कि एक्सरे मशीन लेकर कांग्रेस पार्टी घर में घुसकर मंगलसूत्र ले जाएगी।
आज तो इससे भी बड़ी बात कह दी कि अगर किसी के पास दो भैंस हैं तो एक भैंस कांग्रेस चुरा लेगी। क्या यह प्रधानमंत्री की भाषा है, बात यह है कि जब नीयत गलत होती है तो नीतियां भी गलत होती हैं। आज देश की सरकार की नीतियां बड़े-बड़े उद्योगपतियों के लिए बन रही हैं।