नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) से गठबंधन के विरोध में कांग्रेस के दो पूर्व विधायकों नीरज बसोया और नसीब सिंह ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इससे पहले कांग्रेस की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने पद से इस्तीफा दे दिया था। लवली द्वारा आप के साथ गठबंधन का हवाला देकर इस्तीफा देने और राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस उम्मीदवारों के बयानों के बाद पार्टी की दिल्ली इकाई में दरारें उजागर हुई थी। इन घटनाक्रम के बाद कांग्रेस ने मंगलवार को पूर्व विधायक देवेंद्र यादव को अपनी दिल्ली इकाई का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया था।
AAP से गठबंधन के कारण ‘अपमानित’ महसूस कर रहे
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे गये अलग-अलग पत्रों में नीरज बसोया और नसीब सिंह ने दावा किया कि कांग्रेस कार्यकर्ता ‘परेशान’ हैं और आप से गठबंधन के कारण ‘अपमानित’ महसूस कर रहे हैं। दोनों क्रमशः पश्चिम दिल्ली और उत्तर पश्चिम दिल्ली लोकसभा सीट के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) पर्यवेक्षक हैं। पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देते हुए बसोया ने अपने पत्र में कहा, ‘‘ मैं विनम्रतापूर्वक कहना चाहता हूं कि यह गठबंधन दिल्ली कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के लिए बदनामी और शर्मिंदगी का सबब बन रहा है और मेरा मानना है कि एक स्वाभिमानी पार्टी नेता के तौर पर मैं पार्टी के साथ अब और जुड़ा नहीं रह सकता।
कांग्रेस, AAP को ‘क्लीन चिट’ देने का प्रयास कर रही
बसोया ने अपने पत्र में लिखा कि आप के शीर्ष तीन नेता दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सत्येन्द्र जैन और मनीष सिसोदिया पहले से ही जेल में हैं और उनकी पार्टी पर दिल्ली आबकारी घोटाला और दिल्ली जल बोर्ड घोटाला जैसे विभिन्न मुद्दों पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने पत्र में यह भी लिखा कि आप ने कांग्रेस और उसके शीर्ष नेतृत्व पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा, ‘‘उपरोक्त स्थिति के बावजूद आप के साथ गठबंधन किया गया, ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस पार्टी आम आदमी पार्टी को ‘क्लीन चिट’ देने का प्रयास कर रही है और आप के विकास के भ्रामक प्रचार की सराहना कर रही है।”
पंजाब में कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन नहीं
उन्होंने कहा अब वह ऐसे किसी प्रयास का हिस्सा नहीं बन सकते। नसीब सिंह ने अपने पत्र में कहा कि देवेंद्र यादव (पंजाब कांग्रेस के प्रभारी भी हैं) ने अब तक पंजाब में केवल केजरीवाल के ‘झूठे एजेंडे’ पर हमला करने के आधार पर एक अभियान चलाया है। उन्होंने कहा, ‘‘और आज, उन्हें दिल्ली में आप और केजरीवाल की प्रशंसा और समर्थन करने का आदेश दिया जाएगा।” पंजाब में कांग्रेस और आप के बीच गठबंधन नहीं है। सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि पार्टी नेतृत्व ने उत्तर पश्चिमी दिल्ली सीट और उत्तर पूर्वी दिल्ली सीट पर पूरी तरह बाहरी उन दो लोगों को टिकट देकर दिल्ली कांग्रेस के प्रत्येक कार्यकर्ता का अपमान किया है, जिनका पार्टी की विचारधारा से कोई संबंध नहीं है।
इससे पहले अरविंदर सिंह लवली ने भी दिल्ली पार्टी प्रमुख के पद से इस्तीफा देने का यही कारण बताया था। कांग्रेस ने पूर्व विधायक देवेंद्र यादव को मंगलवार को अपनी दिल्ली इकाई का अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किया। अरविंदर सिंह लवली के प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद यादव की नियुक्ति की गई है। पूर्व विधायक यादव मौजूदा समय में पंजाब के प्रभारी भी हैं।