कोलकाता। पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में भी करारी हार का सामना करने के बाद कांग्रेस ने बड़ा ऐक्शन लिया है। पश्चिम बंगाल में कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष पद से अधीर रंजन चौधरी ने इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस महासचिव और पश्चिम बंगाल में प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने यह जानकारी दी। बता दें कि सोमवार को ही अधीर रंजन समेत पश्चिम बंगाल के कई नेताओं की कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के साथ मीटिंग हुई थी। इसी मीटिंग में ही उन्हें हटाने का फैसला लिया है। बता दें कि अधीर रंजन चौधरी 1999 से लगातार बहरामपुर सीट से लोकसभा सांसद थे। बीते साल वह लोकसभा में कांग्रेस के नेता थे। हालांकि इस बार लोकसभा चुनाव में उन्हें टीएमसी के युसुफ पठान के सामने हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस महासचिव वेणुगोपाल ने पहले ही कांग्रेस नेताओं से कहा था कि अगर राज्य में कोई नेतृत्व की समस्या है तो लोग ईमेल या फिर संदेश के माध्यम से अपनी बात रख सकते हैं। जिन लोगों को दिल्ली बुलाया गया था उनमें अधीर रंजन चौधरी, राज्य में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप भट्टाचार्या, अबुदुल मन्नान, दीपा दासमुंशी, अमिताभ चक्रवर्ती, नेपाल महतो, मनोज चक्रवर्ती, ईशा खान चौधरी शामिल थीं। दीपा दासमुंशी कांग्रेस महासचिव के साथ ही केरल, तेलंगाना और लक्षद्वीप की प्रभारी हैं। अधीर रंजन चौधरी की जगह फिलहाल नए अध्यक्ष का ऐलान नहीं किया गया है। बता दें कि चुनाव के वक्त अधीर रंजन चौधरी और ममता बनर्जी के बीच टकराव नजर आया था। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष को दखल देना पड़ा था। वहीं ममता बनर्जी ने राज्य में चुनाव में कांग्रेस से दूरी भी बना ली थी। पश्चिम बंगाल में इस बार के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस कोकेवल एक सीट मिली है।

Source : Agency