भोपाल। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि अधिकारियों के लिए उनका व्यवहार सबसे अधिक महत्वपूर्ण है। सफल अधिकारी बनने सरल, सेवाभावी तथा संवेदनशील रहें। आप सभी की जहाँ भी पदस्थापना हो, जिनसे भी मिलें, सरल भाषा में आत्मीयता से बात करें। गरीबों एवं वंचितों की बेहतरी के लिए काम करना ही प्रशासनिक सेवा की सार्थकता है। राज्यपाल श्री पटेल भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2023 बैच के प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि प्रभावी अधिकारी बनने के लिये सीखने का भाव जरूरी है। पूरे सेवाकाल में सीखते रहें। कार्य क्षेत्रों का सघन दौरा करें। जनता की समस्याओं को गम्भीरता से सुनें और समाधान करें। अधिकारियों तक जनता की एवं जनता तक आपकी पहुँच सुलभ हो। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण व जमीनी अनुभवों में अंतर होता है। व्यवहार में अनेक ऐसी समस्याएं आती हैं जिनका समाधान दिशा-निर्देशों में नहीं मिलता है। आप सभी को इन्हीं समस्याओं और चुनौतियों का समाधान जन-मन की आशा एवं अपेक्षा के अनुरूप करना होगा।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि आप बहुत सौभाग्यशाली हैं, जिन्हें आजादी के अमृत प्रसंग में जनसेवा तथा देशसेवा का पुनीत अवसर प्राप्त हुआ है। आप सिविल सेवकों की उस पीढ़ी से हैं जो 2047 में देश को विकसित भारत बनाने के परिवर्तन काल के निर्णयकर्ता और साक्षी बनेंगे।
राज्यपाल श्री पटेल का महानिदेशक नरोन्हा अकादमी श्री जे.एन. कंसोटिया ने पौधा भेंट कर स्वागत और स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनंदन किया। अकादमी की ओर से प्रशिक्षु अधिकारी श्री शिवम यादव ने प्रशिक्षण काल के अपने अनुभवों को साझा किया। श्रीमती नेहा भारतीय ने प्रशिक्षु अधिकारियों के लिए अकादमी के प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी दी।
कार्यक्रम में राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री मुकेश चंद गुप्ता, अपर सचिव श्री उमाशंकर भार्गव, विधि अधिकारी श्री उमेश कुमार श्रीवास्तव, प्रशिक्षु अधिकारी और संबंधित मौजूद थे।