ढाका।बांग्लादेश की राजधानी ढाका में बवाल मचा हुआ है। लाखों प्रदर्शनकारी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के आधिकारिक आवास में घुस गए और तोड़फोड़ की। इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने बंगबंधु शेख मजीब की भी मूर्ति को तोड़ने की कोशिश की। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने सैन्य कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए ढाका में स्थित अवामी लीग के दफ्तर को आग के हवाले कर दिया है।
शेख हसीना ने दिया पीएम पद से इस्तीफा
बांग्लादेश में हालात बेकाबू होने के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पद से इस्तीफा दे दिया है। अब अंतरिम सरकार बांग्लादेश का कार्यभार संभालेगी। बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां ने सोमवार को यहां यह घोषणा की। हसीना के देश छोड़कर चले जाने की खबरों के बीच उन्होंने टेलीविजन पर दिए गए अपने संबोधन में कहा, “मैं (देश की) सारी जिम्मेदारी ले रहा हूं। कृपया सहयोग करें।” ऐसी अपुष्ट खबरें है कि वह (हसीना) भारत के किसी शहर के लिये रवाना हो गई हैं।
बांग्लादेश की सत्ता पर सेना का हुआ राज
सेना प्रमुख ने कहा कि उन्होंने राजनीतिक नेताओं से मुलाकात की और उन्हें बताया कि सेना कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालेगी। देश भर में विरोध प्रदर्शनों के बीच जनरल ने कहा कि उन्होंने सेना और पुलिस दोनों से गोली न चलाने को कहा है। पिछले दो दिनों में शेख हसीना सरकार के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शनों में 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। देश में विवादास्पद आरक्षण प्रणाली को लेकर उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं, जिसके तहत 1971 के मुक्ति संग्राम में लड़ने वालों के परिवारों के लिए 30 प्रतिशत नौकरियां आरक्षित हैं। जमां ने प्रदर्शनकारियों से संयम बरतने और हिंसा बंद करने का आग्रह किया।
भारत है सतर्क
भारत की सुरक्षा की दृष्टि से बांग्लादेश के मौजूदा हालातो पर केंद्रीय गृह मंत्रालय बारीकी से नजर रख रहा है। बीएसएफ के कार्यवाहक महानिदेशक दलजीत चौधरी सुरक्षा की समीक्षा करने के लिए मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोलकाता पहुंच गए हैं। एक अधिकारी के अनुसार, बीएसएफ जवानों को बांग्लादेश से भारत में व्यक्तियों के अनधिकृत प्रवेश पर कड़ी नजर रखने और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि तस्कर और आतंकवादी अपनी नापाक गतिविधियों के लिए स्थिति का फायदा न उठा सकें।