नई दिल्ली। दिल्ली के पूर्व सांसद और कांग्रेस के दलित नेता उदित राज ने ‘राम मंदिर पर बुलडोजर’ वाली बात कहकर एक बार फिर विवाद को जन्म दे दिया है। अयोध्या में एक लड़की के साथ गैंगरेप की घटना को लेकर उन्होंने यह टिप्पणी की है। दावा किया कि वह लड़की राम मंदिर में सफाई कर्मचारी है। हालांकि, अयोध्या पुलिस का कहना है कि घटना को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। उदित राज के पोस्ट पर कई लोगों ने आपत्ति जाहिर की। पूर्व सांसद उदित राज ने एक्स पर लिखा, ‘अयोध्या में राम मंदिर में सफाईकर्मी के रूप में काम करने वाली युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। क्या राम मंदिर पर भी बुलडोजर चलेगा?’ कांग्रेस नेता के इस बयान पर सोशल मीडिया यूजर्स भड़क उठे और अयोध्या पुलिस से ऐक्शन लेने की मांग की। एक यूजर ने अयोध्या पुलिस को टैग करते हुए, ‘यह व्यक्ति फेक न्यूज फैला कर जानता कि भावना भड़काने और माहौल बिगाड़ने का प्रयत्न कर रहा है। कृपया संज्ञान लेकर उचित कार्यवाही करें। 2024 लोकसभा चुनाव में उत्तर-पश्चिम सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर हारे उदित राज को कई सोशल मीडिया यूजर्स ने अयोध्या पुलिस का बयान दिखाते हुए कहा कि वह फेक न्यूज फैला रहे हैं। कई लोगों ने यह भी कहा कि यह घटना राम मंदिर से करीब 20 किलोमीटर दूर की है और कुछ परिचितों ने अंजाम दिया है। इसमें राम मंदिर को क्यों जोड़ा जा रहा है?
अयोध्या पुलिस ने क्या कहा?
अयोध्या पुलिस ने रविवार को एक बयान जारी करके कहा कि सोशल मीडिया पर कैंट थाने के तहत दुष्कर्म की घटना के संबंध में भ्रामक खबरें प्रसारित की जा रही हैं। अयोध्या पुलिस इसका खंडन करती है। पुलिस के मुताबिक पीड़िता ने मजिस्ट्रेट के सामने जो बयान दिया उससे सामने आया कि वह अपने पूर्व परिचित मित्र से मिलने के लिए अलग-अलग तारीखों पर गई थी। तब उसके साथियों ने उसके साथ दुराचार किया। 2 सितंबर को केस दर्ज किया गया। घटना में दो नाबालिग समेत 6 आरोपी हैं। पुलिस ने शारिक और दो किशोर को रेप के आरोप में और विनय पासी, शिवा सोनकर, उदित सिंह, सत्यम को शील भंग के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है।