कोच्चि।कांग्रेस पार्टी की पूर्व सदस्य और पीएससी सिमी रोज बेल जॉन को रविवार को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। सिमी पर एक्शन उनके कांग्रेस पर लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद हुआ है। सिमी ने आरोप लगाए थे कि पार्टी में केवल नेतृत्व के करीबी लोगों को ही मौका मिलता है। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी के भीतर कास्टिंग काउच जैसी स्थिति है। उनके इन आरोपों पर बीजेपी ने कांग्रेस पर सवाल उठाए थे और सियासत शुरू हो गई।

कांग्रेस ने जारी किया बयान
विज्ञप्ति में आगे कहा गया कि पार्टी आश्वस्त थी कि सिमी रोज़ बेल जॉन के कार्यों ने अनुशासन का गंभीर उल्लंघन किया, जिसके कारण अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई। उन्होंने कांग्रेस से जुड़ी सैकड़ों महिलाओं का अपमान किया है, इसलिए उनके ऊपर कार्रवाई की गई है।

सिमी रोजबेल जॉन ने क्या लगाए आरोप
सिमी रोजबेल ने आरोप लगाया था कि पार्टी के भीतर कई महिलाओं को फिल्म उद्योग में ‘कास्टिंग काउच’ की तरह पुरुष पार्टी नेताओं से शोषणकारी व्यवहार का सामना करना पड़ा है। उन्होंने पार्टी में कई महिला नेताओं की योग्यता पर संदेह व्यक्त किया। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रमुख पदों पर बैठी महिलाओं के राजनीतिक ट्रैक रेकॉर्ड देखे जाने चाहिए, उनका मूल्कांकन होना चाहिए। केएसयू और महिला कांग्रेस में जमीनी स्तर पर किए गए काम के आधार पर उन्हें पद दिए जाने चाहिए।

‘आत्मसम्मान वाली महिलाएं कांग्रेस में नहीं कर सकती काम’
कांग्रेस के लगाए गए आरोपों के जवाब में, सिमी रोज बेल जॉन ने कहा कि जिन महिलाओं में गरिमा और आत्मसम्मान है, वह कांग्रेस में काम नहीं कर सकती हैं। उन्होंने एक व्यक्ति को निष्कासित किया है, जिसने पार्टी के लिए संघर्ष किया।

क्या बोले सुधाकरन
इससे पहले, केपीसीसी अध्यक्ष और लोकसभा सदस्य के सुधाकरन ने कहा कि सिमी रोज बेल जॉन के लगाए गए आरोप निराधार हैं। सिमी रोज के खिलाफ महिला कांग्रेस ने शिकायत की थी, केपीसीसी मामले की जांच कर रही है।