केकड़ी। केकड़ी जिले के टोडारायसिंह क्षेत्र में बीसलपुर कंजर्वेशन रिज़र्व के घने पहाड़ी जंगलों में रस्सी से लटके मिले युवक और युवती के कंकालों की कपड़ों और जूतों के आधार पर पहचान करते हुए उनके परिजनों ने इनके अपने गुमशुदा पुत्र और पुत्री होने की आशंका जताई है। पुलिस ने मामले की गंभीरता देखते हुए कंकाल और उनके परिजनों के सैंपल लेकर फोरेंसिक लैब अजमेर भिजवाए हैं। अब डीएनए रिपोर्ट और मोबाइल रिकॉर्ड के आधार पर ही जांच आगे बढ़ेगी। पुलिस को मंगलवार को इस पहाड़ी पर दो कंकाल मिले थे, जिसे उनके परिजनों ने कपड़े और जूतों के आधार पर अजित नाथ और पिंकी सैनी के रूप में पहचाना है। बताया गया कि पिंकी सैनी नर्सिंग की छात्रा थी, जबकि अजित नाथ प्राइवेट नौकरी करता था। दोनों पिछले 42 दिनों से लापता थे। इस संबंध में 23 जुलाई को शंकर लाल सैनी ने अपनी पुत्री पिंकी सैनी की, जबकि उसके अगले दिन 24 जुलाई को शिवजी नाथ ने अपने पुत्र अजित नाथ की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस ने 31 जुलाई को पहाड़ी के नीचे रास्ते से लापता युवक की बाइक भी बरामद की थी, लेकिन गुमशुदगी का मामला दर्ज होने के बावजूद पुलिस ने लापरवाही बरतते हुए गुमशुदा की जंगलों में तलाश करना जरूरी नहीं समझा। दोनों के इस प्रकार कंकाल मिलने के बाद उनके परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। पुलिस ने दोनों कंकालों व परिजनों के सैंपल लेकर, उन्हें अजमेर की फोरेंसिक लैब में जांच के लिए भेज दिया है। रिपोर्ट पांच दिन बाद आने की संभावना है, जिसके बाद मामले का खुलासा हो सकेगा। दोनों के कंकाल घने जंगलों में एक साथ मिलने के बाद किसी अनहोनी की आशंकाओं से इंकार नही किया जा सकता है और यही कारण है कि पुलिस इसकी अब हर एंगल से जांच कर रही है।