नई दिल्ली। चक्रवात फेंगल इस समय बंगाल की खाड़ी में बना हुआ है और अगले एक या दो दिनों में इसके तेज होने की आशंका है। आईएमडी ने इसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया है वहीं नौसेना ने भी अपनी ओर से तैयारी पूरी कर ली है। तमिलनाडु के तट पर इस चक्रवात के प्रभाव की आशंका को देखते हुए नौसेना राज्य प्रशासन के साथ समन्वय करके संवेदनशील क्षेत्रों में सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। पूर्वी नौसेना कमान ने मुख्यालय तमिलनाडु और पुदुचेरी नौसेना क्षेत्र संग मिलकर चक्रवात के संभावित प्रभावों को कम करने के लिए काम कर रहा है। वाहनों को भोजन, पीने के पानी और दवाओं सहित आवश्यक राहत सामग्री से भरा जा रहा है, जबकि विशेष बाढ़ राहत दल को संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया जा रहा है। गोताखोरी टीमों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है, जो आवश्यकता पड़ने पर आपातकालीन बचाव मिशन करने के लिए तैयार हैं। चक्रवात फेंगल के अगले 48 घंटों में तेज होने का अनुमान है। तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में भारी वर्षा, तेज हवाएं और संभावित बाढ़ आने की उम्मीद जताई जा रही है। अधिकारियों ने निचले इलाकों और तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने और सुरक्षा सलाह का पालन करने की अपील की है। भारतीय नौसेना स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है और चक्रवात फेंगल के दौरान प्रभावित लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने टीआर पाटिनम और कराईकल सहित संवेदनशील क्षेत्रों का निरीक्षण किया है। स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर टीम जोखिम आकलन और प्रभावित क्षेत्रों में निवासियों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा उपायों को लागू करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मछुआरों को चेतावनी जारी करते हुए उन्हें समुद्र में न जाने की सलाह दी है, क्योंकि दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने गहरे दबाव के क्षेत्र के 28 नवंबर की शाम से 29 नवंबर की सुबह के बीच चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम में बना गहरा दबाव क्षेत्र उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है और अगले 12 घंटों में इसके चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है।