भोपाल। उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि अक्षय पात्र फाउंडेशन द्वारा स्वच्छ और पौष्टिक भोजन विद्यार्थियों तक पहुँचाने का पुनीत कार्य किया जा रहा है। यहाँ जिस साफ़-सफ़ाई से और पोषक तत्वों की आवश्यकता को ध्यान में रखकर भोजन बनाने का कार्य किया जा रहा है, वह अनुकरणीय है। उन्होंने संस्था में कार्यरत सभी कर्मचारियों के समर्पण और सेवा-भाव की सराहना की। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने भोपाल में अक्षय पात्र फाउंडेशन की केंद्रीयकृत रसोई का अवलोकन किया।
राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि अक्षय पात्र फाउंडेशन का यह प्रयास न केवल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में सहायक है, बल्कि यह राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है। उन्होंने संस्था के समर्पित कर्मचारियों और प्रबंधन टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए विश्वास व्यक्त किया कि भविष्य में यह संस्था और अधिक बच्चों तक अपनी सेवाएं पहुंचाएगी और अन्य संस्थानों को भी प्रेरित करेगी। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने संस्था की स्वचालित प्रक्रिया, सुव्यवस्थित संचालन और योजनाबद्ध कार्यप्रणाली की सराहना की। उन्होंने कहा कि अक्षय पात्र फाउंडेशन न केवल बच्चों को स्वच्छ और पौष्टिक भोजन उपलब्ध करा रहा है, बल्कि यह कार्य अत्यंत प्रभावशाली और अनुकरणीय तरीके से किया जा रहा है। संस्था का सुव्यवस्थित संचालन इसके योजनाबद्ध दृष्टिकोण को दर्शाता है।
शासकीय और निजी क्षेत्र के बीच मजबूत साझेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने राष्ट्रीय स्तर पर अक्षय पात्र फाउंडेशन के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह मॉडल शासकीय और निजी क्षेत्र के बीच मजबूत साझेदारी का उत्कृष्ट उदाहरण है। यह संस्था पूरे भारत में 16 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में 23 हज़ार से अधिक विद्यालयों में लगभग 22 लाख 50 हज़ार बच्चों को पौष्टिक भोजन प्रदान कर रही है। उल्लेखनीय है कि अक्षय पात्र फाउंडेशन के भोपाल स्थित किचन से मध्यान्ह भोजन के तहत 645 विद्यालयों के लगभग 35 हज़ार बच्चों को भोजन प्रदाय किया जा रहा है। अक्षय पात्र फाउंडेशन के भोपाल क्लस्टर के अध्यक्ष आचार्य रत्न दासा उपस्थित थे।