लाहौर। आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के डिप्टी चीफ अब्दुल रहमान मक्की की पाकिस्तान के लाहौर में मौत हो गई है। जानकारी के मुताबिक, उसकी मौत हार्ट अटैक की वजह से हुई है। मुंबई के 26/11 हमले का गुनहगार अब्दुल रहमान मक्की आतंकी हाफिज सईद का रिश्तेदार है। मक्की को अमेरिका ने ग्लोबल आतंकवादी घोषित किया हुआ है. भारत में वो वॉन्टेड था। अब्दुल रहमान मक्की लश्कर-ए-तैयबा के टेरर फंडिग का काम देखता था. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने मक्की को 1267 ISIL (दा’एश) और अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया था. इसके साथ ही उनकी संपत्ति फ्रीज कर दी गईं थी. यात्रा प्रतिबंध लगा दिया था और हथियारों पर भी बैन लगा दिया था।अब्दुल रहमान मक्की को 16 जनवरी को ISIL और अलकायदा से जुड़े होने लश्कर-ए-तैयबा द्वारा या उसके समर्थन से टेरर फाइनेंसिंग, साजिश रचने, साजिश में हिस्सा लेने, भर्ती करने जैसे कामों में शामिल होने पर लिस्टेड किया गया। मक्की लश्कर की राजनीतिक विंग जमाद उद दावा का भी चीफ था। वह लश्कर के फॉरेन रिलेशन डिपार्टमेंट का भी हेड रहा है।
मक्की को घोषित किया था अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी
साल 2023 में संयुक्त राष्ट्र ने मक्की को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया था। इसके पहले साल 2020 में आतंकी फंडिंग मामले में पाकिस्तान की एंटी टेररिज्म कोर्ट ने मक्की को 6 महीने के लिए जेल में भेजा था। आतंकी फंडिंग मामले में सजा सुनाए जाने के बाद से ही जमात-उद-दावा का उप प्रमुख खुद को लो प्रोफाइल रखे हुए था और सार्वजनिक रूप से बहुत कम नजर आता था।
पाकिस्तान मुत्तहिदा मुस्लिम लीग (पीएमएमएल) ने एक बयान में कहा कि मक्की पाकिस्तान की विचारधारा का समर्थक था। मक्की ने मुंबई आतंकी हमलों के लिए आतंकियों को धन और संसाधन मुहैया कराए थे, जिसमें 166 लोग मारे गए थे। इस दौरान 9 आतंकी मारे गए थे, जबकि एक आतंकी अजमल कसाब का जिंदा पकड़ा गया था।