भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया का भविष्य भारत में है। यहां निवेश का यही सही समय है। कई देश केवल बातें करते हैं, भारत नतीजे लाकर दिखाता है। कुछ ही दिन पहले विश्व बैंक ने कहा था कि आने वाले वर्षों में भी भारत ऐसे ही सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का देश बना रहेगा। पीएम मोदी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन पर यूएन की एक संस्था ने भारत को सौर ऊर्जा के क्षेत्र में सुपर पावर कहा था। ऐसी टिप्पणियां निवेशकों का उत्साह बढ़ाने वाली हैं। सोमवार को भोपाल में दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) का उद्घाटन करते प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के विकसित भविष्य में तीन सेक्टरों की बड़ी भूमिका रहने वाली है। ये करोड़ों नए रोजगार सृजित करने वाले हैं। ये सेक्टर हैं- टेक्सटाइल, टूरिज्म और टेक्नोलाजी। उद्घाटन कार्यक्रम में विलंब से पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्षमा मांगी। उन्होंने कहा कि विलंब इसलिए हुआ, क्योंकि रविवार को जब मैं भोपाल पहुंचा तो ध्यान में आया कि सोमवार को सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा है। उसका समय और मेरा राजभवन से निकलने का समय एक ही है। संभावना थी कि सुरक्षा कारणों से अगर रास्ते बंद हो जाए तो बच्चों को परीक्षा देने जाने में कठिनाई हो सकती है।
पीएम ने निवेश का आह्वान किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निवेशकों से निवेश का आह्वान करते कहा कि यहां बेहतर रिटर्न्स की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश को भारत की ईवी क्रांति के अग्रणी राज्यों में शामिल बताया। बता दें कि जीआईएस का उद्घाटन करने के साथ प्रधानमंत्री ने निवेश और उद्योग को प्रोत्साहित करने वाली मध्य प्रदेश की 18 नई नीतियों का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल, प्रमुख उद्योगपति अदाणी समूह के गौतम अदाणी, आइटीसी ग्रुप के संजीव पुरी, गोदरेज समूह के नादिर गोदरेज सहित देश-विदेश के उद्योगपति उपस्थित थे।
मध्य प्रदेश में जीआईएस के पहले ही दिन अकेले अदाणी समूह ने वर्ष 2030 तक यानी पांच वर्ष में 2.10 लाख करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की। वहीं, ऊर्जा के क्षेत्र में काम करने वाला अवाडा समूह सौर और पवन ऊर्जा के साथ पंप स्टोरेज के क्षेत्र में 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा।