तेल अवीव। पीएम बेंजामिन नेतन्याहू जिस वक्त संसद में भाषण दे रहे थे। उसी दौरान हमास के हमले का शिकार हुए लोगों के परिजनों ने धावा बोल दिया। ये लोग नारेबाजी करते हुए अंदर घुसना चाहते थे, लेकिन उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने गेट पर ही रोक दिया। ऐसा करने पर पीड़ितों के परिजन भड़क गए और धक्कामुक्की शुरू हो गई। यही नहीं सुरक्षाकर्मियों ने कई लोगों पर बल प्रयोग किया और उन्हें घसीटते हुए या घूंसे बरसाते हुए बाहर निकाला। यही नहीं इस दौरान पीएम बेंजामिन नेतन्याहू भी चिल्लाने लगे और कुछ लोगों को फटकारते हुए नजर आए। संसद में घुसने की कोशिश करने वाले लोगों में 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले में मारे गए लोगों के परिजन शामिल थे। इसके अलावा ऐसे भी कई लोग थे, जिनके परिवार के लोगों या रिश्तेदारों को हमास के आतंकवादियों ने अगवा कर लिया था। उन अगवा लोगों में से 8 आतंकियों ने कत्ल ही कर दिया था। ये लोग हमास से बेंजामिन नेतन्याहू सरकार की डील को लेकर नाराज हैं। कुछ लोगों का कहना है कि यदि इजरायल सरकार को समझौता ही करना था तो यह पहले भी किया जा सकता था। बता दें कि इजरायल और हमास के बीच फिलहाल सीजफायर लागू है। सीजफायर के दौरान हमास ने इजरायल के बंधकों को रिहा किया है तो वहीं इजरायल ने सैकड़ों कैदियों को रिहा किया है। इन कैदियों की हालत काफी खराब पाई गई है, जिसका जिक्र अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप तक ने किया है। बता दें कि समझौते को हमास ने अपनी जीत करार दिया है।