नई दिल्ली। देशभर में बड़े धूमधाम से मनाए जाने वाले दीपावली के पर्व को लेकर इस बार भ्रम देखा गया। अलग-अलग पंचांगों में इसे 20 अक्टूबर और 21 अक्टूबर बताया जा रहा था। इस कन्फ्यूजन के बीच काशी विद्वत परिषद ने साफ कर दिया कि दीपावली 2025 इस साल 20 अक्टूबर को ही मनाई जाएगी।

महामंत्री रामनारायण द्विवेदी ने बताया कि 20 अक्टूबर को अमावस्या प्रदोषकाल पूरा होता है, जो लक्ष्मी पूजन के लिए जरूरी है। वहीं, 21 अक्टूबर को अमावस्या तीन प्रहर तक बनी रहती है और प्रतिपदा की तिथि शुरू हो जाती है, जिससे शास्त्र के अनुसार दीपावली का महापर्व सही समय पर नहीं मनाया जा सकता।

पंचांग में तारीखों को लेकर मतभेदों को सुलझाने के लिए काशी विद्वत परिषद ने आपातकालीन बैठक बुलाई। बैठक ऑनलाइन हुई और परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रो. रामचन्द्र पाण्डेय की अध्यक्षता में संपन्न हुई। विद्वानों ने शास्त्र, गणित और पंचांग के आधार पर तर्क प्रस्तुत किए और अंत में प्रेस रिलीज जारी कर देशभर को दीपावली 20 अक्टूबर को मनाने की जानकारी दी।

बैठक में शामिल प्रमुख विद्वान थे:

  • प्रो. वशिष्ठ नाथ त्रिपाठी

  • प्रो. विनय पांडेय

  • प्रो. रामनारायण द्विवेदी

  • प्रो. सदाशिव द्विवेदी

  • डॉ. सुभाष पांडेय

  • प्रो. चंद्रमौली उपाध्याय

  • राम किशोर त्रिपाठी

  • पंचांगकार अमित कुमार मिश्र

सभी ने मिलकर दीपावली की सही तिथि तय की और पूरे देश को मार्गदर्शन दिया।