मुंबई। निजी क्षेत्र के कोटक महिंद्रा बैंक का समग्र शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में 11.42 प्रतिशत घटकर 4,486 करोड़ रुपये रह गया, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह 5,044 करोड़ रुपये था। बैंक ने शनिवार को जारी अपने वित्तीय नतीजों में बताया कि तिमाही के दौरान परिसंपत्ति पर रिटर्न (ROA) 1.97 प्रतिशत और इक्विटी पर रिटर्न (ROE) 10.65 प्रतिशत दर्ज किया गया।
ऋण और जमा में दो अंकों की वृद्धि
कोटक बैंक ने बताया कि इस तिमाही में उसका शुद्ध ऋण सालाना आधार पर 16 प्रतिशत बढ़कर 4,62,688 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। वहीं, औसत कुल जमा 14 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 5,10,538 करोड़ रुपये रही।
सावधि जमा (टर्म डिपॉजिट) में 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई और यह 3,11,889 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।
इस दौरान बैंक का कासा अनुपात (चालू खाता-बचत खाता) 42.3 प्रतिशत और ऋण बनाम जमा अनुपात 87.5 प्रतिशत रहा।
शुद्ध ब्याज आय और एनपीए स्थिति
तिमाही के दौरान बैंक की शुद्ध ब्याज आय (Net Interest Income) चार प्रतिशत बढ़कर 7,311 करोड़ रुपये हो गई।
साथ ही, बैंक का सकल एनपीए अनुपात 1.49 प्रतिशत से घटकर 1.39 प्रतिशत, और शुद्ध एनपीए अनुपात 0.43 प्रतिशत से घटकर 0.32 प्रतिशत रह गया, जो परिसंपत्तियों की गुणवत्ता में सुधार को दर्शाता है।
प्रावधानों का बढ़ा बोझ
बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी अशोक वासवानी ने बताया कि मुनाफा घटने में गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (NPA), मानक परिसंपत्तियों और अन्य मदों में किए गए अधिक प्रावधानों का प्रमुख योगदान रहा।
पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में बैंक ने 1,674.37 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था, जो इस तिमाही में बढ़कर 2,416.21 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
एकल आधार पर भी मुनाफे में गिरावट
एकल (Standalone) आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ पिछले साल की समान तिमाही के 3,343.72 करोड़ रुपये से घटकर 3,253.33 करोड़ रुपये रह गया।
कोटक लाइफ इंश्योरेंस और सिक्योरिटीज पर भी असर
कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस का शुद्ध लाभ भी 360 करोड़ रुपये से घटकर 49 करोड़ रुपये रह गया।
इस पर कोटक सिक्योरिटीज के एमडी एवं सीईओ जयदीप हंसराज ने कहा कि इसमें एक प्रमुख कारण जीएसटी में जीवन बीमा पर कर शून्य करने की घोषणा के बाद आया ठहराव रहा, जिससे बिक्री और नई पॉलिसियों के वितरण पर अस्थायी प्रभाव पड़ा।
बैंक ने कहा कि आने वाले महीनों में वह खुदरा ऋण पोर्टफोलियो, डिजिटल बैंकिंग सेवाओं और परिसंपत्ति गुणवत्ता को और मजबूत करने पर फोकस करेगा।
