लखीमपुर। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भा.कृ.अनु.प.) के कृषि विज्ञान केंद्र मंझरा में ‘प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना’ का सजीव प्रसारण आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशभर के किसानों को 42,000 करोड़ रुपये की योजना की सौगात दी। यह योजना 11 केंद्रीय मंत्रालयों की 36 परियोजनाओं का समेकन है। इसके तहत प्रधानमंत्री ने पीएम धन-धान्य कृषि योजना और दलहन आत्मनिर्भरता मिशन का शुभारंभ किया। साथ ही, कृषि अवसंरचना कोष, पशुपालन, मत्स्य पालन और खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र की 1,100 से अधिक परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास भी किया।
100 पिछड़े गांवों में दी जाने वाली सुविधाएं
इस योजना के लिए देशभर के 100 पिछड़े गांवों का चयन किया गया है। इन गांवों में किसानों को दीर्घकालिक और अल्पकालिक ऋण सुविधाएं सुलभ कराई जाएंगी। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर दलहन फसलों की उत्पादकता बढ़ाने, खेती के रकबे के विस्तार, मूल्य श्रृंखला सुदृढ़ीकरण और प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने पर बल दिया।
कृषि विज्ञान केंद्र मंझरा में कार्यक्रम का विवरण
कार्यक्रम में केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक और अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार सिंह ने किसानों का स्वागत किया और मौसम अनुसार गन्ना फसल और पशुओं की देखभाल पर सुझाव दिए।उद्यान विशेषज्ञ आर्य देश दीपक मिश्रा ने फल, फूल और सब्जी उत्पादन पर विस्तार से जानकारी दी, जबकि पादप संरक्षण विशेषज्ञ डॉ. विवेक कुमार पाण्डेय ने कीट एवं रोग प्रबंधन और फर्टीगेशन की विधि समझाई। प्रगतिशील किसान महेन्द्र यादव देवकली और अरविन्द सिंह निघासन ने अपने अनुभव साझा किए।