बिहार में विधानसभा चुनाव नज़दीक आते ही राज्य की राजनीति के साथ विकास के मोर्चे पर भी सरगर्मी बढ़ गई है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को पटना की पहली मेट्रो रेल सेवा का उद्घाटन किया। इस मौके पर दोनों उपमुख्यमंत्री — सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा — भी मौजूद रहे।

करीब ₹13,925 करोड़ 50 लाख की लागत से तैयार पटना मेट्रो परियोजना का उद्घाटन पाटलिपुत्र बस डिपो से हुआ। पहले चरण में यात्री आईएसबीटी स्टेशन से जीरो माइल और भूतनाथ तक सफर कर सकेंगे। यह रूट लगभग 4.25 किलोमीटर लंबा है।

किराया और समय सारणी

मेट्रो में सफर का न्यूनतम किराया ₹15 और अधिकतम ₹30 रखा गया है। फिलहाल यह सेवा सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक चलेगी। हर दिन 40 से 42 फेरे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।

मधुबनी कला से सजी पटना मेट्रो

बिहार की सांस्कृतिक पहचान को दर्शाने के लिए मेट्रो के डिब्बों और स्टेशनों को मधुबनी पेंटिंग्स से सजाया गया है। ये कलाकृतियाँ बिहार की परंपरा और कला का जीवंत प्रदर्शन करती हैं।

पटना मेट्रो की टाइमलाइन

पटना मेट्रो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक है।

  • 2013: मेट्रो योजना की घोषणा और डीपीआर की मंजूरी

  • 2014: परियोजना को हरी झंडी

  • 17 फरवरी 2019: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिलान्यास किया

  • 18 फरवरी 2019: पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PMRCL) की स्थापना

  • 2022: एल एंड टी ने निर्माण कार्य शुरू किया

इस परियोजना में केंद्र और राज्य सरकार के साथ जापान की JICA की भी भागीदारी है, जबकि DMRC तकनीकी सलाहकार की भूमिका निभा रहा है।

राजधानी को नई दिशा

मेट्रो के संचालन से पटना की ट्रैफिक समस्या में सुधार और प्रदूषण में कमी की उम्मीद है। नीतीश सरकार का कहना है कि आने वाले वर्षों में मेट्रो नेटवर्क का विस्तार पूरे शहर में किया जाएगा।