नर्मदापुरम। लगातार बारिश के चलते तवा डैम का जलस्तर अपनी पूर्ण भराव क्षमता को पार कर गया है। सोमवार, 27 अक्टूबर की सुबह 11:30 बजे तक बांध में जल की आवक बनी रही, जिसके चलते प्रशासन ने डैम के तीन गेट 3-3 फीट तक खोल दिए। इस दौरान कुल 19,778 क्यूसेक (560 क्यूमेक) पानी तवा नदी में छोड़ा जा रहा है। कार्यपालन यंत्री एन.के. सूर्यवंशी ने बताया कि बांध का वर्तमान जलस्तर 1166.3 फीट (355.48 मीटर) है, जो इसकी अधिकतम क्षमता 1166 फीट से अधिक है। डैम फिलहाल अपनी लाइव क्षमता का 100.87 प्रतिशत भरा हुआ है। जलग्रहण क्षेत्र में औसतन 5,300 क्यूसेक पानी की आवक दर्ज की जा रही है।

💧 पानी की निकासी की स्थिति

  • स्पिलवे से डिस्चार्ज: 16,078 क्यूसेक

  • पावर हाउस से डिस्चार्ज: 3,708 क्यूसेक

  • कुल डिस्चार्ज: 19,778 क्यूसेक

बारिश के चलते नर्मदापुरम, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, गुना, श्योपुर, सीहोर समेत कई जिलों में जलस्तर बढ़ा हुआ है। रविवार रात और सोमवार सुबह तक कई जगह बूंदाबांदी और मध्यम बारिश जारी रही।

 फसलें बर्बाद, किसानों की चिंता बढ़ी

गुना जिले में रविवार रात को 7.2 मिमी बारिश दर्ज की गई। सबसे ज्यादा नुकसान म्याना क्षेत्र में हुआ, जहां खेतों में भरा पानी मक्का फसल को नुकसान पहुंचा गया। वहीं श्योपुर में खुले में रखी धान की फसल भीगने से खराब हो गई। किसान तिरपाल डालकर फसल बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

 मौसम विभाग का पूर्वानुमान

मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन के अनुसार, अरब सागर में सक्रिय डिप्रेशन और उससे जुड़ी ट्रफ के कारण अगले तीन दिन तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। 27 से 30 अक्टूबर के बीच भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम और जबलपुर संभागों में बारिश, गरज-चमक और आंधी का अलर्ट जारी किया गया है।

 तापमान और सर्दी की शुरुआत

रविवार को प्रदेश के कई हिस्सों में दिन का तापमान 23 से 28 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। विशेषज्ञों का अनुमान है कि अक्टूबर के बाद अब नवंबर से ठंड बढ़ने लगेगी और इस बार जनवरी से फरवरी तक कड़ाके की सर्दी पड़ सकती है।

 प्रशासन की अपील

तवा डैम और नर्मदा नदी के किनारे बसे लोगों को सतर्क रहने और नदी क्षेत्रों से दूर रहने की सलाह दी गई है। बांध में इस मानसूनी सीजन के दौरान 73वीं बार गेट खोले गए हैं, जबकि 2022 में यह संख्या 136 थी।