नासिक: भारत का स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस Mk1A ने 17 अक्टूबर 2025 को नासिक में अपनी पहली आधिकारिक उड़ान भरी। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे। साथ ही HAL की LCA (लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट) के लिए तीसरी प्रोडक्शन लाइन और HTT-40 ट्रेनर विमान की दूसरी प्रोडक्शन लाइन का उद्घाटन भी हुआ। यह कदम भारत की रक्षा क्षमता और आत्मनिर्भरता को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। तेजस Mk1A भारत का 4.5 पीढ़ी का मल्टी-रोल फाइटर जेट है, जो हवाई, जमीन और समुद्री हमले कर सकता है। यह Mk1 का एडवांस्ड वर्जन है, जिसमें नई तकनीक और मिसाइल सिस्टम (BVR, ASRAAM, लेजर-गाइडेड बम) शामिल हैं। अब तक 10 विमान तैयार हैं, और सालाना 24 से अधिक विमान उत्पादन की क्षमता होगी। भारतीय वायुसेना ने Mk1A के लिए 83 विमानों का ऑर्डर दिया है, जो 2029 तक डिलीवरी के लिए तैयार होंगे। हाल ही में 97 और विमान का नया अनुबंध हुआ है, जिनकी डिलीवरी 2027-2034 तक होगी। HAL की नई प्रोडक्शन लाइनें वायुसेना के लिए आवश्यक स्क्वॉड्रन संख्या को पूरा करने में मदद करेंगी। यह उड़ान भारत की स्वदेशी रक्षा उत्पादन क्षमता का प्रतीक है और तेजस Mk1A भविष्य में Mk2 और पांचवीं पीढ़ी के AMCA स्टेल्थ विमान के लिए आधार तैयार करेगा। इससे न केवल वायुसेना की ताकत बढ़ेगी, बल्कि रक्षा निर्यात और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।