नई दिल्ली। बिहार की राजनीति में भ्रष्टाचार एक बार फिर केंद्र में आ गया है। आईआरसीटीसी होटल लीज घोटाले में आरोप तय होने के बाद भाजपा ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और लालू प्रसाद यादव के परिवार पर सख्त तेवर दिखाए हैं। भाजपा नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस वार्ता में तेजस्वी यादव पर सीधे निशाना साधते हुए कहा कि, “बिहार की जनता सावधान रहे, तेजस्वी यादव जमीन तो ले लेंगे, लेकिन नौकरी नहीं देंगे। उन्होंने इसजद का टेस्टेड मॉडल” बताते हुए कहा कि लालू परिवार का शासन काल तीन शब्दों में समेटा जा सकता है – चारा खाना, अलकतरा पीना और टेंडर में हेराफेरी कर जमीन हड़पना।
कोर्ट ने तेजस्वी, लालू और राबड़ी पर तय किए आरोप
रविशंकर प्रसाद ने जानकारी दी कि अदालत ने लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार, षड्यंत्र और सरकारी निर्णय प्रक्रिया में अनियमितता के गंभीर आरोप तय किए हैं। इनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (षड्यंत्र) और धारा 420 (धोखाधड़ी) के तहत मुकदमा चलेगा। उन्होंने तेजस्वी यादव के 2020 चुनावी वादों और संपत्ति की जानकारी पर भी सवाल उठाया। “17 साल की उम्र में 11 संपत्तियां कैसे आ गईं?” — यह पूछते हुए उन्होंने तेजस्वी के हलफनामे का हवाला भी दिया।
‘जमीन दो, नौकरी लो’ योजना पर भी निशाना
भाजपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि लालू प्रसाद के समय शुरू की गई ‘जमीन दो, नौकरी लो’ योजना गरीबों और कर्मचारियों के साथ अन्याय थी। उन्होंने कहा कि इस योजना में लाभ केवल परिवार तक सीमित रहा, आम जनता को कुछ नहीं मिला। भाजपा का मानना है कि यह मुद्दा बिहार विधानसभा चुनाव में एक प्रमुख चुनावी विमर्श बनेगा, और जनता इस पर जरूर विचार करेगी।