नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र की आज से शुरुआत हो रही है। यह सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा और इस दौरान संसद के दोनों सदनों की 15-15 बैठकें होंगी। विपक्षी दल एसआईआर, आंतरिक सुरक्षा और लेबर कोड पर चर्चा की मांग कर रहे हैं। दूसरी तरफ, सरकार चाहती है कि वंदे मातरम् पर चर्चा हो। शीतकालीन सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं।
राष्ट्रनीति के लिए सकारात्मकता जरूरी- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रनीति के लिए सकारात्मकता जरूरी है। सदन हंगामे के लिए नहीं है। नारेबाजी के लिए पूरा देश खाली है। सदन में नकारात्मकता नहीं होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष को सुझाव देने के लिए तैयार हूं, कि परफॉर्म कैसे किया जाता है। हार की हताशा सदन में ना निकालें। विपक्ष अपनी रणनीति बदले। विपक्ष भी अपना दायित्व निभाए। देश की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है।
विपक्ष पराजय की निराशा से बाहर निकल मजबूत मुद्दे उठाए- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले कहा है कि भारत ने यह सिद्ध किया है कि डेमोक्रेसी कैन डिलीवर। उन्होंने कहा कि यह सत्र विकसित भारत के प्रयास में और ऊर्जा भरने का अवसर है। पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष पराजय की निराशा से बाहर निकलकर आए और मजबूत मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा कि यह सत्र पराजय की हताशा या विजय के अहंकार का मैदान नहीं बनना चाहिए। नई पीढ़ी के सदस्यों को अनुभव का लाभ मिलना चाहिए। यहां ड्रामा नहीं डिलीवरी होनी चाहिए। राष्ट्रनीति पर बात होनी चाहिए। आज सोमवार से संसद का शीत सत्र शुरू हो रहा है। इस सत्र के हंगामेदार रहने की संभावना है। संसद का यह सत्र बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रचंड जीत के कुछ दिनों बाद हो रहा है। इस दौरान सरकार असैन्य परमाणु क्षेत्र को निजी कंपनियों के लिए खोलने के प्रावधान वाले विधेयक के साथ सुधारों से जुड़े अपने एजेंडे को आगे बढ़ाएगी, जबकि विपक्ष 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एसआईआर का मुद्दा प्रमुखता से उठाने की तैयारी में है। इस सत्र के लिए कुल 15 बैठकें प्रस्तावित हैं। संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने सत्र के दौरान सदन में समन्वय सुनिश्चित करने के लिए रविवार को संसद में राजनीतिक दलों के नेताओं की एक बैठक बुलाई। सरकार ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पेश करने के लिए कुल 10 विधेयकों को सूचीबद्ध किया है जिनमें निजी कंपनियों के लिए असैन्य परमाणु क्षेत्र को खोलने के प्रावधान वाला एक विधेयक भी शामिल है।
पीएम मोदी के बयान पर बोलीं प्रियंका- एसआईआर और पॉल्यूशन के मुद्दे उठाना ड्रामा नहीं
संसद सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी की ओर से दिए गए बयान पर प्रियंका गांधी ने कहा कि एसआईआर और पॉल्यूशन के मुद्दे उठाना ड्रामा नहीं है। पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि विपक्ष को सदन में ड्रामा नहीं करना चाहिए।
सदन में पराजय की बौखलाहट निकालने का काम न करें- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि सदन में चुनाव का वार्मअप या फिर पराजय की बौखलाहट निकालने का काम नहीं करना चाहिए। कुछ दलों ने ये परिचय दिया है कि राज्य चुनाव से पहले सदन को इस्तेमाल करें। ऐसे दल अपने आपको बदलें। सांसदों को अभिव्यक्ति का अवसर दें। मैं देश को विश्वास दिलाता हूं कि राष्ट्र प्रगति की राह पर चल चुका है।
पहली बार चुने गए सांसदों को मौका मिले- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि सभी दलों के युवा सांसद जो पहली बार चुनकर आए हैं उनको बोलने का मौका मिलना चाहिए। उनके अनुभवों का फायदा देश को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि संसद ड्रामे का केंद्र नहीं है। संसद से बाहर ड्राम करने की कई जगहें हैं। जो लोग बिहार में ड्रामा करके आए हैं उनको अन्य राज्यों में भी ड्रामा करने के मौका मिलेंगे।
कुछ दल पराजय भी नहीं पचा पा रहे- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि ये शीत सत्र ऊर्जा भरने का काम करेगा। विपक्ष के कुछ दल पराजय को नहीं पचा रहे हैं। उनको सही मुद्दे उठाने चाहिए।
लोकतंत्र के बीच अर्थतंत्र को मजबूती से विश्वसाव और मजबूत हुआ- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र के बीच अर्थतंत्र को मजबूती हमारा विश्वसाव और मजबूत हुआ है। इसने साबित किया है कि लोकतंत्र भी डिलिवरी कर सकता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के सार्थक चर्चा करनी चाहिए। उनको परायज की निराशा से बाहर निकलना चाहिए।
राष्ट्रगान के साथ संसद सत्र की शुरुआत
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही राष्ट्रगान के साथ शुरू हो गई है। दोनों सदनों में राष्ट्रगान के साथ सत्र की शुरुआत के बाद लोकसभा में स्पीकर ओम बिरला ने सदन के पांच पूर्व सदस्यों के निधन की सूचना दी और शोक व्यक्त किया। वहीं, राज्यसभा में जम्मू कश्मीर से उच्च सदन के नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जा रही है।
मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर पर विपक्ष की बड़ी बैठक
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर विपक्ष की बड़ी बैठक चल रही है। इस बैठक में विपक्षी दलों के नेता संसद के दोनों सदनों में अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने पर मंथन कर रहे हैं। इस बैठक में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ साथ ही डीएमके की कनिमोझी, शिवसेना (यूबीटी) की प्रियंका चतुर्वेदी, जॉन ब्रिटास, प्रेमचंद गुप्ता मौजूद हैं।
‘सार्थक योगदान दें सभी सदस्य’, स्पीकर ओम बिरला ने एक्स पर किया पोस्ट
शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है। स्पीकर ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि संसद राष्ट्र की अपेक्षाओं, जन आकांक्षाओं, लोकतांत्रिक मूल्यों और जनप्रतिनिधियों की सामूहिक जिम्मेदारी की अभिव्यक्ति का सर्वोच्च मंच है। संसद का प्रत्येक सत्र हमें कर्तव्य-निष्ठा, संयम और लोककल्याण की उस प्रेरणा की ओर भी उन्मुख करता है, जो जनप्रतिनिधित्व की भावना को और गहन बनाती है। आशा है कि सभी माननीय सदस्य लोकतंत्र की स्वस्थ परंपराओं को मजबूत करेंगे और अपनी सक्रिय भागीदारी से इस सत्र को उत्पादक बनाने में सार्थक योगदान देंगे।
SIR पर चर्चा नहीं, तो नहीं चलने देंगे सदन’, रामगोपाल यादव की दो टूक
सपा के राज्यसभा सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले साफ कहा है कि सबसे बड़ा मुद्दा एसआईआर है। एसआईआर पर चर्चा अगर नहीं होगी, तो हम सदन नहीं चलने देंगे। अयोध्या से सपा के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा है कि बाबा साहब ने जो मताधिकार दिया है, करो राज्यसभा में कांग्रेस के डिप्टी लीडर प्रमोद तिवारी ने भी कहा है कि एसआईर पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने दो टूक कहा कि सदन चलाने की जिम्मेदारी सत्तापक्ष की भी है। बीएलओ मर रहे हैं और हम चुप बैठे रहें, ऐसा नहीं होगा।
